बेहतर कॅरियर के लिए 10वीं के बाद हो जाएँ सजग!
दसवीं के बाद अगर आप आर्ट्स स्ट्रीम चुनते हैं, तो इसमें हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत आदि भाषाओं के साथ-साथ भूगोल, इतिहास, समाजशास्त्र जैसे विषयों का आपको अध्ययन करना पड़ेगा। अपेक्षाकृत इसे आसान माना जाता है, लेकिन वास्तव में यह इतना आसान भी नहीं है।
तमाम एजुकेशन बोर्ड्स की परीक्षाओं के बाद रिजल्ट की घोषणा हो गई है और इस परीक्षा में अधिकांश बच्चे अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होकर भविष्य की राह पर आगे कदम बढ़ा चुके हैं। जैसा हम सबको पता है कि किसी भी स्टूडेंट्स की लाइफ में दसवीं की परीक्षा पास करना एक बड़ा माइलस्टोन समझा जाता है। दसवीं की परीक्षा वस्तुतः पहली ऐसी परीक्षा होती है, जो ताउम्र आपके साथ जुड़ी होती है।
इतना ही नहीं, बल्कि दसवीं के बाद ही यह तय होता है कि आपका जीवन आगे किस दिशा में जाने वाला है। ऐसे में दसवीं के बाद आप जो भी विषय यूज करेंगे, उसी के ऊपर आपका कॅरियर आगे अपना रास्ता तय करेगा। आइए देखते हैं...
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दसवीं के बाद अगर आप आर्ट्स स्ट्रीम चुनते हैं, तो इसमें हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत आदि भाषाओं के साथ-साथ भूगोल, इतिहास, समाजशास्त्र जैसे विषयों का आपको अध्ययन करना पड़ेगा। अपेक्षाकृत इसे आसान माना जाता है, लेकिन वास्तव में यह इतना आसान भी नहीं है। सिर्फ पास होने की बात हो तो इन सबमें थोड़ा बहुत पढ़ कर पास हो भी सकते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि आने वाले दिनों में जब कॉम्पिटेटिव एग्जाम्स में आप बैठेंगे, तो बिना इन सब्जेक्ट्स की गहराई से अध्ययन किए, आप कोई भी कम्पटीशन क्रैक नहीं कर पाएंगे।
प्रतियोगी परीक्षाओं के अलावा आर्ट्स स्ट्रीम से आगे पढ़ने वाले बच्चे अपने सब्जेक्ट में टीचर हो सकते हैं। विभिन्न सरकारी नौकरियों के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं तो आइएएस से लेकर पीसीएस जैसे महत्वपूर्ण यूपीएससी एग्जाम्स में अपनी प्रतिभा दिखला सकते हैं। इसके अलावा कला से लेकर साहित्य और पत्रकारिता तक में यह स्ट्रीम उपयोगी साबित होती है।
आर्ट्स अगर आप नहीं लेना चाहते हैं तो साइंस आपके बच्चे की बड़ी चॉइस हो सकती है। अधिकतर बच्चों के माता-पिता दसवीं के बाद अपने बच्चों को साइंस स्ट्रीम में आगे बढाना चाहते हैं। साइंस स्ट्रीम में भी मुख्यतः दो धाराएं चलती हैं। एक मैथ की और दूसरी बायलॉजी की।
मैथ्स की चॉइस करने पर मुख्यतः बच्चे इंजीनियरिंग की तरफ कदम बढ़ाते हैं, तो कई बच्चे दूसरे फील्ड में भी जाते हैं।
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इसी प्रकार बायोलॉजी मुख्यतः डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए उपयोगी मानी जाती है, लेकिन ऐसा नहीं है कि बायोलॉजी में पढाई करने के बाद आप सिर्फ डॉक्टर ही बन सकेंगे!
इस स्ट्रीम में प्रोफ़ेसर से लेकर तमाम दूसरे एग्जाम्स के रास्ते भी आपके लिए खुले होते हैं। यहाँ यह ध्यान रखना आवश्यक है कि साइंस या कोई दूसरी स्ट्रीम लेने से पहले आप अपने बच्चे की रूचि अवश्य ही जांच लें और खुद बच्चे को देखें कि उसका इंटरेस्ट क्या है? उसकी क्षमता क्या है?
कॉमर्स स्ट्रीम बैंकिंग सेक्टर में जाने वाले लड़कों के लिए सर्वथा उपयुक्त होती है। इकॉनमी के विभिन्न पहलुओं के बारे में इस स्ट्रीम में पढ़ाई होती है तो मैथ का भी कई सेक्शन इसमें निहित होता है। बैंकिंग कैलकुलेशंस करने वाले तमाम बच्चे इस स्ट्रीम को जी जान से पसंद करते हैं। इसके माध्यम से भी कॅरियर के तमाम रास्ते आपके सामने खुले होते हैं।
सिर्फ ट्रेडिशनल प्रोफेशन ही क्यों, आपके सामने कई नॉन ट्रेडिशनल विकल्प भी मौजूद हैं, जिन्हें आज कल के बच्चे खूब आजमा रहे हैं।
इसमें होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा, कंप्यूटर हार्डवेयर और नेटवर्किंग का कोर्स, आईटीआई- यानी इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग जिसमें दर्जनों विकल्प मौजूद हैं, इत्यादि को आजमाया जा सकता है।
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साथ ही पॉलिटेक्निक का कोर्स भी दसवीं के बाद काफी लोकप्रिय है, जिसके बाद आप सीधे इंजीनियरिंग में प्रवेश ले सकते हैं।
पर अंत में बात वही है कि आपका हृदय और मस्तिष्क किस ओर ले जा रहा है, यह जानना-समझना अति आवश्यक है और उसी अनुरूप ही आप अपना कदम बढाएं तो आपके लिए अति उत्तम परिणाम आ सकता है।
- मिथिलेश कुमार सिंह
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