जहां संभव होगा, वहां आर्थिक कामों को शुरू करने की इजाजत जल्दी दी जाएगी: पीयूष गोयल
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क । Apr 23 2020 7:07PM
इस मौके पर पीएचडीसीसीआई के अध्यक्ष डी.के.अग्रवाल ने अर्थव्यवस्था, व्यापार और उद्योग जगत पर कोरोना वायरस महामारी के कारण हुए असर को कम करने के लिये सरकार से 16 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की मांग की।
नयी दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने उद्योग जगत को आश्वस्त किया कि जहां भी संभव होगा, काम धंधे शुरू करने की इजाजत दल्द से जल्द दी जाएगी। उद्योग संगठन पीएचडी चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) ने एक बयान में इसकी जानकारी दी। गोयल ने उद्योग जगत को कारोबार के जोखिम का आकलन करने, कारोबार बढ़ाने के नवोन्मेषी तरीकों पर विचार करने तथा धैर्य न खोने की सलाह भी दी है।
बयान के अनुसार, केंद्रीय मंत्री ने पीएचडीसीसीआई के सदस्यों को बुधवार को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हम आश्वस्त करते हैं कि जहां भी संभव होगा, आर्थिक गतिविधियों को जल्दी शुरू किया जाएगा।’’ उन्होंने लोगों से कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये सरकार द्वारा जारी किये गये दिशानिर्देशों का पालन करने का भी अनुरोध किया। गोयल ने कहा, ‘‘ऐसा देखा गया है कि जिन देशों ने अपने नागरिकों के स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान दिया और लोगों की जान बचाने के कठोर उपाय किये, उन देशों ने इस आपदा का बेहतर सामना किया तथा लॉकडाउन समाप्त होने के बाद ऐसे देशों ने तेजी से वापसी की।’’ उन्होंने कहा, ‘‘‘यह हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है कि सरकार से आयात को रोकने अथवा आयात पर भारी-भरकम शुल्क लगाने की अपेक्षा रखने के बजाय हम भारत में बने उत्पादों को ही खरीदें और उनका ही उपभोग करें।’’ इस मौके पर पीएचडीसीसीआई के अध्यक्ष डी.के.अग्रवाल ने अर्थव्यवस्था, व्यापार और उद्योग जगत पर कोरोना वायरस महामारी के कारण हुए असर को कम करने के लिये सरकार से 16 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की मांग की।Continuing with diligent efforts for timely transportation of farm products, Railways did record foodgrain loading of 112 rakes, equal to 3.13 lakh tonnes, on 22nd April'20.
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) April 23, 2020
From 1st to 22nd April, Railways transported 45.8 lakh tonnes of foodgrains.
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डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
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