अक्टूबर तक कॉल मनी मार्केट में प्रायोगिक रूप से डिजिटल रुपये की शुरुआत कर सकता है आरबीआई

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट 2022-23 में सीबीडीसी की शुरुआत की घोषणा की थी। वित्त विधेयक, 2022 के पारित होने के साथ आरबीआई अधिनियम, 1934 की संबंधित धारा में इसके लिए जरूरी संशोधन किए गए थे।

 भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) अक्टूबर तक अंतरबैंक उधारी या कॉल मनी मार्केट में लेनदेन के लिए प्रायोगिक रूप से डिजिटल रुपये की शुरुआत कर सकता है। केंद्रीय बैंक के कार्यकारी निदेशक अजय कुमार चौधरी ने रविवार को यह बात कही।

थोक केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी), जिसे डिजिटल रुपया-थोक (ई-डब्ल्यू) के रूप में जाना जाता है, की शुरुआत एक नवंबर, 2022 को हुई थी। इसका उपयोग सरकारी प्रतिभूतियों में द्वितीयक बाजार लेनदेन के निपटान तक सीमित था। चौधरी ने यहां जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के मौके पर कहा, ‘‘रिजर्व बैंक इस महीने या अगले महीने कॉल बाजार में थोक सीबीडीसी की पेशकश करेगा।’’

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट 2022-23 में सीबीडीसी की शुरुआत की घोषणा की थी। वित्त विधेयक, 2022 के पारित होने के साथ आरबीआई अधिनियम, 1934 की संबंधित धारा में इसके लिए जरूरी संशोधन किए गए थे। आरबीआई ने थोक सीबीडीसी की अपनी प्रायोगिक परियोजना के लिए नौ बैंकों - भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एचएसबीसी को चुना है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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