केएमएफ ने प्रतिदिन एक करोड़ लीटर दूध खरीद की उपलब्धि हासिल की : Siddaramaiah

Siddaramaiah
प्रतिरूप फोटो
official X account

सिद्धरमैया ने कहा कि कर्नाटक मिल्क फेडरेशन - जो अपने नंदिनी ब्रांड के डेयरी उत्पादों के लिए जाना जाता है - ने किसानों से प्रतिदिन एक करोड़ लीटर दूध खरीद की उपलब्धि हासिल की है। सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘पिछले साल मई में कर्नाटक में दूध का उत्पादन 90 लाख लीटर प्रतिदिन था।

बेंगलुरु । मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को कहा कि कर्नाटक मिल्क फेडरेशन - जो अपने नंदिनी ब्रांड के डेयरी उत्पादों के लिए जाना जाता है - ने किसानों से प्रतिदिन एक करोड़ लीटर दूध खरीद की उपलब्धि हासिल की है। सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘पिछले साल मई में कर्नाटक में दूध का उत्पादन 90 लाख लीटर प्रतिदिन था। अब केएमएफ को प्रतिदिन एक करोड़ लीटर दूध मिल रहा है। यह केएमएफ के इतिहास में एक मील का पत्थर है।’’ उन्होंने कहा कि जब वह कई साल पहले पशुपालन मंत्री थे, तो उन्होंने डेयरियों का प्रबंधन दुग्ध संघों को सौंप दिया था। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अब 15 दुग्ध संघ, 15 मदर डेयरियां और दूध उत्पादकों की 16,000 समितियां हैं। उन्होंने कहा कि दूध की बढ़ती खरीद के कारण नंदिनी के आधे और एक लीटर दूध के पैकेट में दूध की मात्रा 50 एमएल बढ़ा दी गई है और इसी अनुपात में हाल ही में कीमतों में दो रुपये की वृद्धि की गई है। 

सिद्धरमैया ने बताया, ‘‘दूध उत्पादन में वृद्धि के कारण हमने पैकेट में दूध की मात्रा बढ़ा दी है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि हम दूध उत्पादकों, जो मूल रूप से किसान हैं, से यह नहीं कह सकते कि हम उनके द्वारा उत्पादित अतिरिक्त दूध नहीं खरीद सकते।’’ उन्होंने कहा कि विपक्षी भाजपा को यह बात समझ में नहीं आई और उसने हंगामा करना शुरू कर दिया कि कर्नाटक सरकार ने दूध की कीमत बढ़ा दी है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘भाजपा नेता इस मुद्दे पर झूठ फैला रहे हैं क्योंकि मुझे लगता है कि उन्हें किसानों की कोई चिंता नहीं है। सरकार दूध उत्पादकों को मानदेय के रूप में प्रतिदिन पांच करोड़ रुपये दे रही है, जो सालाना 1,800 करोड़ रुपये है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़