IRDA ने बैंक अधिकारियों से अपने मूल काम पर ध्यान देने, बीमा की गलत बिक्री से बचने को कहा
भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) के चेयरमैन पांडा ने अपने बयान में कहा कि देश में बीमा की पहुंच बढ़ाने में बैंक से होने वाले बीमा का बहुत योगदान है। उन्होंने यहां एसबीआई के वार्षिक बैंकिंग और अर्थव्यवस्था सम्मेलन में कहा, ‘‘इस प्रणाली में खूबियां हैं, लेकिन हमें इसे सावधानी और सतर्कता के साथ करना होगा।
मुंबई । बीमा उद्योग के नियामक इरडा के चेयरमैन देबाशीष पांडा ने बैंक अधिकारियों से अपने मूल काम पर ध्यान देने और सिर्फ बीमा बेचने से बचने का आग्रह किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी एक दिन इसी तरह की बात कही थी। भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) के चेयरमैन पांडा ने अपने बयान में कहा कि देश में बीमा की पहुंच बढ़ाने में बैंक से होने वाले बीमा का बहुत योगदान है। उन्होंने यहां एसबीआई के वार्षिक बैंकिंग और अर्थव्यवस्था सम्मेलन में कहा, ‘‘इस प्रणाली में खूबियां हैं, लेकिन हमें इसे सावधानी और सतर्कता के साथ करना होगा, ताकि आप अपनी गतिविधि को न भूलें और सिर्फ बीमा बेचना शुरू न कर दें।’’
उन्होंने कहा कि बीमा कंपनियों को निश्चित रूप से बैंकों के कम लागत वाले वितरण समाधानों की जरूरत है। पांडा ने कहा, ‘‘बैंक चैनल बहुत उपयोगी चैनल है। लेकिन, हाल ही में प्रणाली में बहुत सी बुराइयां आ गई हैं। हम सभी को एक साथ बैठकर इस पर विचार करना चाहिए और विश्वास बहाल करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि गलत बिक्री भी हो रही है। इससे पहले सीतारमण ने भी बैंकरों से अपने मुख्य काम पर ध्यान देने और बीमा पॉलिसियों की गलत बिक्री से बचने को कहा था।
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