पहले पुनर्वास, फिर विस्थापन, यह है सरकार की नीति: रघुवर दास
राजस्व विभाग को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि बड़े विकास कार्य में विस्थापितों को उनकी जमीन का पट्टा दें क्योंकि जमीन देने वाला भी जमीन का मालिक होना चाहिए।’’
देवघर। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज यहां कहा कि उनकी सरकार ‘पहले पुनर्वास, फिर विस्थापन’ की नीति पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बुधवार को बैद्यनाथ धाम नयाडीह में देवघर हवाई अड्डा प्राधिकरण से विस्थापित परिवारों के लिए निर्मित टाउनशिप के निरीक्षण कार्यक्रम में यह बात कही। दास ने कहा, ‘‘विस्थापन का दर्द हमें विरासत के रूप में मिला। 67 साल तक झारखण्ड ने विस्थापन का दंश झेला है। लेकिन हमारी सरकार पहले पुनर्वास, फिर विस्थापन का काम कर रही है।
हमारी सरकार का संकल्प है पहले पुनर्वास फिर विस्थापन। इसी कड़ी में देवघर एयरपोर्ट के विस्थापितों के लिए पुनर्वास कार्य चल रहा है। लोग विस्थापित न कहलाएं, वे जमीन के मालिक कहलाएं, इसी लक्ष्य को लेकर ये बैद्यनाथ नगर बसाया जा रहा है।#NewJharkhand pic.twitter.com/yr5FXCg6p3
— Raghubar Das (@dasraghubar) January 16, 2019
राजस्व विभाग को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि बड़े विकास कार्य में विस्थापितों को उनकी जमीन का पट्टा दें क्योंकि जमीन देने वाला भी जमीन का मालिक होना चाहिए।’’ देवघर हवाई अड्डा विस्तारीकरण से विस्थापित हुए परिवारों को 50 लाख रुपये और मुफ्त जमीन दी जा रही है। उनके लिए टाउनशिप का निर्माण किया जा रहा है । आने वाले दिनों में विस्थापन के बाद पुनर्वास का यह कार्यक्रम राज्य के लिए मॉडल बनेगा।
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मुख्यमंत्री ने उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि देवघर में विस्थापितों के लिए गुणवत्तापूर्ण कॉलोनी का निर्माण किया जा रहा है। यहां स्कूल होंगे, अस्पताल होगा, सामुदायिक भवन होगा, दुकानें होंगी, बिजली होगी, रोजगार सृजन हेतु कौशल विकास का प्रशिक्षण भी होगा। दास ने बताया कि सभी विस्थापितों को उनका सही हक मिलेगा । वह इस बात की चिंता तनिक भी ना करें कि उनके हक को छीना जाएगा।
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