आईएमपीपीए ने ठाकरे को लिखे पत्र में कहा- मुंबई हिंदी सिनेमा की दिल और आत्मा है

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इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (आईएमपीपीए) ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखा और कहा कि फिल्म उद्योग शहर में बना रहेगा।

 इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (आईएमपीपीए) ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखा और कहा कि फिल्म उद्योग शहर में बना रहेगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज्य (उत्तर प्रदेश) में एक वैकल्पिक फिल्म सिटी का प्रस्ताव रखे जाने के कुछ दिन बाद यह पत्र लिखा गया है। योगी ने हाल ही में नोएडा में फिल्म सिटी स्थापित करने की महत्वाकांक्षी योजना का खुलासा किया था और उत्तर प्रदेश में आने के लिए फिल्म समुदाय के लिए एक खुली पेशकश की थी। उनकी हाल में मुंबई की यात्रा के मद्देनजर महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने फिल्म सिटी छीनने की साजिश रचने का आरोप लगाया था। ठाकरे को लिखे एक पत्र में एसोसिएशन ने कहा कि वे इस बात से खुश हैं कि मुख्यमंत्री ने ‘‘ स्पष्ट रूप से कहा है कि महाराष्ट्र फिल्म उद्योग का उद्भव केंद्र है।’’

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उसने पत्र में कहा, ‘‘मुंबई हिंदी फिल्म उद्योग का दिल है और कोई भी इसे कहीं भी नहीं ले जा सकता क्योंकि उद्योग में इसके लोग शामिल हैं, जो निर्माता, निर्देशक, कलाकार और अन्य तकनीशियन हैं वे उद्योग का आधार हैं।’’ पत्र में कहा गया है, ‘‘हम आपको आश्वासन दे सकते हैं कि हम अपना मूल स्थान कभी स्थानांतरित नहीं करेंगे।

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मुंबई उद्योग का ‘‘दिल और आत्मा’’है।’’ एसोसिएशन ने कहा, ‘‘वर्तमान आर्थिक परिदृश्य में जैसा कि लॉकडाउन महामारी का कहर जारी है, हिंदी सिनेमा का उद्भव केंद्र धीरे-धीरे कब्रिस्तान बनता जा रहा है और हमने बार-बार निवेदन किया है कि हिंदी फिल्म उद्योग को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।’’ उसने कहा कि महाराष्ट्र सरकार की जिम्मेदारी है कि वह फिल्म उद्योग के अस्तित्व को बनाये रखना सुनिश्चित करे। अपनी यात्रा के दौरान योगी ने निर्देशकों, निर्माताओं और अभिनेताओं समेत बॉलीवुड के प्रमुख लोगों से मुलाकात की थी और नोएडा में एक हजार एकड़ क्षेत्र में प्रस्तावित फिल्म सिटी के लिए उनके सुझाव मांगे थे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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