छात्रों से एकजुटता दिखाने JNU पहुंचीं दीपिका पादुकोण तो फिल्म छपाक का हुआ Boycott
बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रों पर हुए हमले के बाद छात्रों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए मंगलवार को जेएनयू पहुंची जिसकी वजह से उनकी फिल्म छपाक का अब बॉयकोट हो रहा है। बता दें कि यह फिल्म 10 जनवरी को सिनेमाघरों में दिखाई जाएगी।
नयी दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रों पर हुए हमले के बाद छात्रों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए मंगलवार को जेएनयू पहुंची लेकिन उन्होंने वहां मौजूद लोगों को संबोधित नहीं किया। दीपिका शाम सात बज कर 40 मिनट पर विश्वविद्यालय परिसर पहुंची और उन्होंने एक जनसभा में हिस्सा लिया। यह बैठक रविवार को परिसर में छात्रों और शिक्षकों पर हुए हमले पर बातचीत के लिए जेएनयू शिक्षक संघ और जेएनयूएसयू ने बुलाई थी।
Delhi: Deepika Padukone greets Jawaharlal Nehru University Student Union (JNUSU) President Aishe Ghosh at the university, during protest against #JNUViolence. (earlier visuals) pic.twitter.com/89P9ixwmAh
— ANI (@ANI) January 7, 2020
जेएनयूएसयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार जिस वक्त आजादी के नारे लगा रहे थे दीपिका खड़ी हो गईं और जब तक जेएनयूएसयू नेता आइशी घोष ने बोलना शुरू किया दाीपिका जा चुकी थीं। मौजूद लोगों को संबोधित नहीं करने के दीपिका के निर्णय पर घोष ने टिप्पणी की,‘‘जब आप एक हस्ती हैं तो आपको बोलना चाहिए।’’ जेएनयूटीए सचिव सुरजीत मजूमदार ने कहा कि दीपिका छात्रों के प्रति एकजुटता दिखाने यहां आईं थीं।
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राष्ट्रीय राजधानी में अपनी आगामी फिल्म ‘छपाक’ का प्रमोशन करने आईं 34 वर्षीय अभिनेत्री ने सोमवार को कहा था कि यह जरूरी है कि लोग बदलाव लाने के लिए अपने विचार व्यक्त करें। दीपिका ने सोमवार रात ‘एनडीटीवी इंडिया’ से कहा, ‘‘यह देखकर मुझे गर्व होता है कि हम अपनी बात कहने से डरे नहीं हैं... चाहे हमारी सोच कुछ भी हो, लेकिन मेरे ख्याल से हम देश और इसके भविष्य के बारे में सोच रहे हैं, ये अच्छी बात है।’’
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‘छपाक’ की निर्देशक मेघना गुलजार ने कहा कि वह लोगों की पीड़ा महसूस कर सकती हैं, हालांकि मुद्दों की उन्हें अच्छी जानकारी नहीं है। मेघना ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से (हमारे भी) विचार हैं। हम भी इसी समाज में रहते हैं, इसलिए हम प्रतिक्रिया देंगे। दुर्भाग्य से हमारे पास पूरी जानकारी नहीं है, इसलिए इस वक्त टिप्पणी नहीं की जा सकती। लेकिन पीड़ा है, जागरूकता है।” उन्होंने कहा, “मैं उम्मीद करती हूं कि अमन का माहौल बन जाए।’’
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