Ayodhya Ram Mandir: श्रीराम मंदिर की तस्वीरों में दिखा दिव्य रूप, जानिए कहां तक पहुंचा मंदिर का निर्माण कार्य
अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। हाल ही में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ के क्षेत्र न्यास के सदस्य वीएचपी लीडर चंपक राय मंदिर की लेटेस्ट तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की हैं। इसमें आप मंदिर की दिव्यता और भव्यता को देख सकते हैं।
रामनगरी अयोध्या में बन रहे विश्व के सबसे दिव्य और भव्य रामलला के मंदिर का निर्माण कार्य जोरों पर है। ऐसे में सभी रामलला मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं। हालांकि समय-समय पर मंदिर ट्रस्ट की तरफ से रामलला मंदिर के हो रहे निर्माण कार्य की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की जाती हैं। इन तस्वीरों को देखकर आप रामलला मंदिर की भव्यता का अंदाजा लगा सकते हैं। आपको बता दें कि एक साल बाद यानि की साल 2024 में मकर संक्रांति के दिन मंदिर में भगवान श्रीराम के बाल स्वरूप प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
लेटेस्ट तस्वीरें आईं सामने
भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर हो रहे मंदिर निर्माण की लेटेस्ट तस्वीरें श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ के क्षेत्र न्यास के सदस्य वीएचपी लीडर चंपक राय ने साझा की हैं। वीएचपी लीडर चंपक राय ने श्रीराम मंदिर की जो तस्वीरें साझा की हैं उनमें आप श्रीराम मंदिर के गेट की सुंदरता और नक्काशी को देख सकते हैं। इसकी भव्यता देखते ही बन रही है। अब मंदिर निर्माण के लिए तैयार किए गए स्तंभो को जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।
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तीसरा सबसे बड़ा मंदिर
इन तस्वीरों में मंदिर की छवि दर्शनीय नजर आने लगी है। बता दें कि मंदिर निर्माण का कार्य समय से पहले पूरा किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। मंदिर के स्तंभो को जोड़ने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद एक-एक पत्थर को जोड़कर हाथ बनाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। उसके अलावा मंदिर के परकोटे का निर्माण कार्य भी शुरू किया जा चुका है। मंदिर निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यह तीसरा सबसे बड़ा मंदिर होगा। मंदिर परिसर में अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां भी होंगी।
बाल स्वरूप में विराजेंगे रामलला
चंपत राय ने निर्माण कार्य की जानकारी देते हुए बताया कि अक्टूबर 2023 तक प्रथम तल का निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद भगवान राम की बाल स्वरूप प्रतिमा को मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा। श्रीराम मंदिर का निर्माण कार्य लगभग 60 फीसदी पूरा किया जा चुका है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के भवन निर्माण समिति की बैठक हर माह की जाती है। मंदिर में भगवान श्रीराम की बाल स्वरूप प्रतिमा 5-7 वर्ष के बीच के बाल स्वरूप में होगी।
मकर संक्रांति से होंगे दर्शन
इसके अलावा नेपाल से आई शालिग्राम शिला से मूर्तियों का निर्माण किया जाएगा। नेपाल से बिहार होते हुए यह शिलाएं अयोध्या पहुंची हैं। वहीं मंदिर के प्रथम तल का कार्य पूरा होने के बाद दूसरे तल पर राम दरबार का निर्माण किया जाएगा। राम दरबार के अलावा यहां पर मां अन्नपूर्णा, भगवान शिव और बजरंगबली के अलावा अन्य कई मंदिर का निर्माण किया जाएगा। बता दें कि जनवरी 2024 में मकर संक्रांति के बाद राम मंदिर का गर्भगृह भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा।
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