World Radio Day 2025: हर साल 13 फरवरी को मनाया जाता है वर्ल्ड रेडियो डे, जानिए इतिहास और महत्व

हर साल 13 फरवरी को 'वर्ल्ड रेडियो डे' के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य रेडियो के योगदान के महत्व को बताना है। मॉर्डन जमाने में भी रेडियो नॉलेज, एंटरटेनमेंट और इंफॉर्मेशन का प्रमुख केंद्र है।
हर साल 13 फरवरी को 'वर्ल्ड रेडियो डे' के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य रेडियो के योगदान के महत्व को बताना है। मॉर्डन जमाने में भी रेडियो नॉलेज, एंटरटेनमेंट और इंफॉर्मेशन का प्रमुख केंद्र है। भले ही बदलते जमाने में रेडियो की जगह फोन ने ले ली है। लेकिन उसके बाद भी रेडियो के प्रति लोगों में वैसी दीवानगी है। दरअसल, रेडियो एक ऐसा जनसंचार का माध्यम है, जिसके जरिए एक साथ कई लोगों तक संदेश पहुंचाया जा सकता है। खासकर उन जगहों पर रहने वाले लोगों तक जहां पर संचार का कोई अन्य माध्यम पहचाना मुमकिन नहीं था। तो आइए जानते हैं इस दिन का इतिहास, महत्व और थीम के बारे में...
विश्व रेडियो दिवस की शुरुआत
साल 2011 में विश्व रेडियो दिवस मनाए जाने की शुरूआत हुई थी। दरअसल, साल 2010 में स्पेन रेडियो अकादमी ने 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस मनाने का प्रस्ताव दिया था। फिर साल 2011 में यूनेस्को के सदस्य देशों ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। इस तरह से 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस मनाए जाने की घोषणा की। जिसके बाद पहली बार यूनेस्को ने 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस मनाया।
विश्व रेडियो डे थीम
हर साल 13 फरवरी को वर्ल्ड रेडियो डे मनाया जाता है। इस दिन लोगों को रेडियो के महत्व और उपयोगिता के बारे में बताया जाता है। इस साल वर्ल्ड रेडियो डे की थीम 'रेडियो: एक सदी की जानकारी, मनोरंजन और शिक्षा' रखी गई है।
क्यों मनाते हैं रेडियो दिवस
बता दें कि 13 फरवरी 1946 में संयुक्त राष्ट्र रेडियो की शुरुआत हुई थी। जिसके बाद से हर साल इस दिन ही विश्व रेडियो दिवस मनाया जाने लगा।
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