पृथ्वी दिवसः बेहतर जीवन के लिए पर्यावरण का संरक्षण अवश्य करें
हम लोगों को समय रहते समझना होगा कि जिस तेजी के साथ देश व दुनिया में जनसंख्या बढ़ रही है, उसके चलते बहुत तेजी से पृथ्वी पर दिन प्रतिदिन विभिन्न प्रकार का प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में गंभीर स्तर के वायु प्रदूषण के रूप में इसकी हर वर्ष बानगी देखने को मिल रही है।
हम लोग प्रत्येक वर्ष 22 अप्रैल को 'अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस' मनाने का कार्य करते हैं। इस दिवस को हर वर्ष मनाना एक औपचारिकता मात्र नहीं है, बल्कि इसका एक बहुत बड़ा लक्ष्य व सकारात्मक उद्देश्य यह है कि लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक रखा जाए और यह विचार किया जाये कि तेजी से बढ़ते हुए प्रदूषण के दौर में हम लोगों जीवनदायिनी पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त कैसे रख पाएं। हर वर्ष इस दिन हमारे देश में विभिन्न सार्वजनिक कार्यक्रमों के माध्यम से आम जनमानस में जागरुकता पैदा करके यह प्रचार-प्रसार किया जाता है कि हम लोगों का पृथ्वी के भीतर से लेकर के ऊपर तक के हिस्सों का संरक्षण करना एक महत्वपूर्ण नैतिक दायित्व व जिम्मेदारी है, लेकिन अभी भी बहुत कम लोग ऐसे हैं जो अपनी इस जिम्मेदारी का पालन करते हैं।
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हम लोगों को समय रहते समझना होगा कि जिस तेजी के साथ देश व दुनिया में जनसंख्या बढ़ रही है, उसके चलते बहुत तेजी से पृथ्वी पर दिन प्रतिदिन विभिन्न प्रकार का प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में गंभीर स्तर के वायु प्रदूषण के रूप में इसकी हर वर्ष बानगी देखने को मिल रही है। आज के दौर में लोगों के जीवन को सरल बनाने की चाह में हम पृथ्वी को नुक़सान पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। दुनिया में तेज रफ्तार से चल रहे औद्योगीकरण की वजह से पृथ्वी पर आयेदिन विभिन्न प्रकार के खतरे मंडरा रहे हैं, फिर भी हम लोग सुधर नहीं रहे हैं। आज देश में तेजी से कटते वृक्षों, भूमिगत जलों के बेहिसाब दोहन एवं तेज रफ्तार से बढ़ते जल,वायु व भूमि प्रदूषणों से प्रकृति का प्राकृतिक चक्र लगातार अनियमित होता जा रहा है, जिसके गुस्से का प्रकोप आयेदिन पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है।
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हालात की गंभीरता को भांपकर के दुनिया भर के शीर्ष पर्यावरणविदों का भी यह मानना है कि अगर समय रहते हमने प्रदूषण पर नियंत्रण करके पर्यावरण सरंक्षण के लिए धरातल पर ठोस प्रभावी कार्य नहीं किये, तो पृथ्वी पर प्रदूषण बहुत जल्द ही एक भयावह विकराल रूप धारण कर लेगा। इसलिए अगर भविष्य में इन भयावह हालातों से हमें अपनी पृथ्वी को बचना है तो विश्व पृथ्वी दिवस पर हर व्यक्ति को पृथ्वी एवं पर्यावरण के प्रति गंभीरता के साथ इसका संरक्षण करने का संकल्प लेना होगा। अब हमारे देश में भी वह समय आ गया है जब विश्व पृथ्वी दिवस के मकसदों को पूरा करने के लिए आम लोगों को आगे आना होगा, उन्हें पृथ्वी के प्रति अपनी सभी जिम्मेदारियों को समझना होगा। वरना देश व दुनिया में वह समय दूर नहीं है जब प्रकृति और पृथ्वी के कोप का भाजन हर व्यक्ति को बनना पड़ेगा और विभिन्न रूपों में उसका भारी खामियाजा उठाना पड़ेगा।
- मोहित त्यागी
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