बीच पर छुट्टी मनाने जाएं, तो रखें इन बातों का ध्यान
चाहे कोरोना वायरस का समय हो या नहीं, जब कभी भी बीच पर जाएं तो सीधी धूप से बचें। छतरी के नीचे बैठें या अपने शरीर को कपड़े से ढकें ताकि सनबर्न से बच सकें। कहते हैं बीच की टैनिंग महीनों तक नहीं जाती।
इन दिनों देश दुनिया में कोरोना वायरस का कहर जारी है। ट्रेवल एक्सपर्टेस का मानना है कि ट्रेवल इंडस्ट्री को उभरने में काफी वक्त लगेगा। इसी बीच देश-विदेश की अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए देश और दुनिया के दर्जनों देशों में लॉकडाउन में ढील दे दी गई है। साथ ही देश की सीमाओं को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। इससे पर्यटकों के समुद्री तटों पर जाने के इंतज़ार की घड़ी समाप्त हो गई है। अब पर्यटक देश और दुनिया के दर्जनों देशों के बीच पर जाकर मस्ती कर सकते हैं। लेकिन आए दिन कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को लेकर अब भी लोगों में इसका डर बना हुआ है। ऐसे में ज़रूरी है सतर्क रहना और कोरोना के उपायों का सख्ती से पालन करना। इन ज़रूरी बातों का ध्यान रख कर और जितना हो सके अपना और अपने साथी का बचाव कर हम घूमने का आनंद फिर से ले सकेंगे।
तो आज हम आपको बताएंगे की जब कभी भी आप बीच पर सैर-सपाटे के लिए जाएं तो इन बातों का ज़रूर ध्यान रखें-
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छतरी की छांव लें-
चाहे कोरोना वायरस का समय हो या नहीं, जब कभी भी बीच पर जाएं तो सीधी धूप से बचें। छतरी के नीचे बैठें या अपने शरीर को कपड़े से ढकें ताकि सनबर्न से बच सकें। कहते हैं बीच की टैनिंग महीनों तक नहीं जाती। यदि आप चाहें तो अपने चेहरे व शरीर पर मिनरल्स युक्त सनस्क्रीन लगा सकते हैं, जो आपको टैन होने से बचाएंगे। बाज़ार में त्वचा के अनुसार तरह-तरह के सनस्क्रीन मौजूद हैं। डर्माटोलेजिस्ट का मानना है कि कड़ी धूप के लिए एसपीएफ 50 व अधिक सनस्क्रीन का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। ऐसा ना करने पर चेहरे पर काले धब्बे, टैनिंग, रैशेस आदि होने का खतरा रहता है।
प्लास्टिक से बचें-
यह बात तो सभी जानते हैं कि प्लास्टिक पर्यावरण के लिए कितना खराब है। हमें अपने जीवन में प्लास्टिक व प्लास्टिक से बनी हुई सभी चीज़ों को ना के बराबर इस्तेमाल करना चाहिए। एक शोध के मुताबिक, प्लास्टिक से प्रकृति को सबसे अधिक खतरा है। हमारे आज का सकारात्मक व नकारात्मक असर आने वाली पीढ़ियों को देखने को मिलेगा। इससे बचने के लिए आप लकड़ी के बर्तन व पदार्थ के बनी पानी की बोतल का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा प्लास्टिक की जगह आप जूट व कपड़े के बैग कैरी कर सकते हैं।
कचरा न होने दें इकट्ठा-
हर किसी को साफ-सुथरा बीच बहुत पसंद आता है। वातावरण साफ रहे तो अंदर ही अंदर सुखद एहसास होता है। इसके लिए आपको ध्यान रखना होगा कि बीच पर कचरा न फैलाएं और साथ ही अन्य लोगों को भी सफाई के लिए जागरूक करें। यदि आप चाहें तो महासागर व तट की साफ़-सफाई कर सकते हैं।
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साथ ले जाएं कचरे की थैली-
अगर आप अपने साथ खाने-पीने की चीज़ें साथ ले जाते हैं तो कचरे की थैली भी साथ ले जाएं। यह ध्यान रखें कि आपको कूड़ा इधर-उधर नहीं फैलाना है। एक बार यूज़ होने के बाद इसे कहीं भी फेंकने से बचें और सीधा इसे कचरे की पेटी में डालें।
सिगरेट के टुकड़ों को बीच पर न फेंके-
अगर आप सिगरेट पीने के आदि हैं तो ये ध्यान में रखें की बीच पर सिगरेट के टुकड़े न इखट्टा होने दें। सिगरेट के फिल्टर बायोडिग्रेडेबल नहीं होते व प्लास्टिक से बनी होती है। इसे बीच पर फेंकने से समंदर का पानी दूषित हो सकता है।
- शैव्या शुक्ला
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