एक बार फिर पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार माल्टा

malta
जेपी शुक्ला । Jul 10 2020 6:09PM

माल्टा आने वाले सभी पर्यटकों को एक स्व-घोषणा पत्र भरना होगा जिसमे वे अपनी पिछली 30 दिन की यात्रा का विस्तृत विवरण देंगे। हालांकि, उन्हें क्वारंटाइन के लिए नहीं कहा जायेगा। प्रत्येक यात्री को फेस शील्ड और मास्क पहनना अनिवार्य होगा।

माल्टा, जो अब एक कोरोना वायरस मुक्त देश घोषित हो चुका है, एक बार फिर अपने यहां पर्यटकों का स्वागत करने के लिए तैयार हो गया है। यह एक स्वतंत्र भूमध्यसागरीय द्वीप है, जो अपनी प्राचीन इमारतों, खूबसूरत परिदृश्य और विशाल चट्टानों के लिए विख्यात है, अपनी पर्यटन गतिविधियों को फिर से जुलाई 1 से शुरू कर चुका है। यह व्यवस्था और अनुमति फिलहाल सिर्फ 22 यूरोपीय देशों के नागरिकों को दी जाएगी जो 1 जुलाई से माल्टा की अद्भुत यात्रा का आनंद उठा सकेंगे। लेकिन संभवतः जुलाई 15 से अन्य उड़ान जगहों के लिए यात्रा प्रतिबन्ध हटा दिए जाएंगे। माल्टा के अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे का परिचालन भी जुलाई माह से शुरू हो जायेगा। हालाँकि, सभी पर्यटकों को अनिवार्य रूप से एयरपोर्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग से गुजरना पड़ेगा।

इसे भी पढ़ें: आगरा का लाल किला जहाँ जहाँगीर का न्याय लोकप्रिय हुआ

माल्टा आने वाले सभी पर्यटकों को एक स्व-घोषणा पत्र भरना होगा जिसमे वे अपनी पिछली 30 दिन की यात्रा का विस्तृत विवरण देंगे। हालांकि, उन्हें क्वारंटाइन के लिए नहीं कहा जायेगा। प्रत्येक यात्री को फेस शील्ड और मास्क पहनना अनिवार्य होगा और साथ ही साथ शारीरिक दूरी का पालन भी यथासंभव करना होगा, हाँ लेकिन कम से कम २ मीटर की दूरी हर एक यात्री को एक दूसरे से बनानी जरूरी होगी। थोड़ी सी ढील ज़रूर दी जा सकती है अगर कोई विशेष स्थिति उत्पन्न होती है तो। 

सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि माल्टा अपने निर्धारित समय तथा कार्यक्रम के अनुसार द्वीपों पर चलने वाले सार्वजनिक परिवहन के साथ कोमिनो और गोज़ो द्वीप के लिए अपनी बेड़ों और नौकाओं का संचालन करेगा।

माल्टा के बारे में 

माल्टा एक ऐतिहासिक राष्ट्र है जो रोम, मूवर्स, सेंट जॉन, फ्रेंच और ब्रिटिश सहित शासकों के उत्तराधिकार से संबंधित है। यह सिसिली (इटली) और उत्तरी अफ्रीकी तट के बीच केंद्रीय भूमध्य सागर में स्थित एक द्वीप है। इसकी राजधानी वैल्लेट्टा है। माल्टा दुनिया का दसवाँ सबसे छोटा और पांचवां सबसे घनी आबादी वाला देश है। आधिकारिक और राष्ट्रीय भाषा माल्टीज़ है, जो सिसिली के अमीरात के दौरान विकसित सिसिलियन अरबी से उतरी है, जबकि अंग्रेजी दूसरी आधिकारिक भाषा के रूप में कार्य करती है। माल्टा 1813 में एक ब्रिटिश उपनिवेश बना था, जो जहाजों के लिए एक स्टेशन और ब्रिटिश भूमध्यसागरीय बेड़े के लिए मुख्यालय के रूप में सेवा कर रहा था। यूरो यहाँ की करेंसी है।

21 सितंबर 1964 को माल्टा के प्रधानमंत्री जॉर्ज बोरो ओलिवियर के नेतृत्व में यूनाइटेड किंगडम के साथ गहन वार्ता के बाद माल्टा ने एक स्वतंत्र राज्य के रूप में अपनी स्वतंत्रता हासिल की। माल्टा यूरोपीय संघ में 1 मई 2004 को शामिल हो गया।  माल्टा में भूमध्यसागरीय जलवायु होती है। औसत वार्षिक तापमान दिन में 23°C और रात में 15.5°C रहता है। सबसे ठंडे महीने में यानी जनवरी- दिन में अधिकतम अधिकतम तापमान 12 से 18°C और रात में न्यूनतम 6 से 12°C रहता है। सबसे गर्म महीने में- अगस्त- दिन में अधिकतम तापमान 28 से 34°C और रात में न्यूनतम 20 से 24°C रहता है। यूरोप महाद्वीप में सभी राजधानियों के बीच, वाल्लेट्टा-माल्टा की राजधानी में सबसे गर्म सर्दियाँ  होती हैं।

इसे भी पढ़ें: दुबई जाने की कर रहे हैं प्लानिंग तो बरतनी होगी यह सावधानियां

माल्टा के दर्शनीय स्थल 

माल्टा एक बहुत खूबसूरत और लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जहाँ प्रति वर्ष लगभग 1.6 मिलियन पर्यटक आते हैं, जो कि यहाँ के निवासियों की तुलना में तीन गुना अधिक है। वर्षों से पर्यटन के बुनियादी ढांचे में अत्यधिक वृद्धि हुई है। वैसे तो माल्टा में कई सारे दर्शनीय स्थल हैं, लेकिन सबसे प्रमुख और लोकप्रिय स्थल हैं- 

1. गोजो का द्वीप

2. सेंट जॉन को-कैथेड्रल

3. पोपये गाँव

4. गोल्डन बे

5. सेंट अगाथा टॉवर

6. मेलिहा का पैरिश चर्च

7. नील जल परिशोधन कुंड

8. टार्क्सियन मंदिर

9. द मन्जद्र मंदिर

10. हगार किम मंदिर

- जेपी शुक्ला

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़