पटौदी पैलेस से लेकर नीमराणा तक: दिल्ली-एनसीआर से चंद घंटों की दूरी पर है ये खूबसूरत जगहें
दिसंबर में कड़ाके की सर्दी शुरू हो गई है। इस महीने में लोग घूमना-फिरना पसंद करते हैं। अगर आप ऐसी जगह घूमने का प्लान बना रहे हैं, जहां से आप एक दिन में वापस आ सकें, तो हम आपके लिए कुछ बेहतरीन विकल्प लेकर आए हैं।
दिसंबर में कड़ाके की सर्दी शुरू हो गई है। इस महीने में लोग घूमना-फिरना पसंद करते हैं। अगर आप ऐसी जगह घूमने का प्लान बना रहे हैं, जहां से आप एक दिन में वापस आ सकें, तो हम आपके लिए कुछ बेहतरीन विकल्प लेकर आए हैं। आप दिल्ली से सटी इन जगहों पर जा सकते हैं। यहां आप महज एक घंटे में पहुंच सकते हैं। तो आइए जानते हैं आपको किन जगहों पर जाना चाहिए।
दिल्ली के नजदीक इन जगहों पर जाएं
पटौदी पैलेस: इसे इब्राहिम कोठी के नाम से भी जाना जाता है और यह पटौदी राजघराने से संबंधित है। इसे 1935 में नवाब इब्राहिम अली खान ने बनवाया था। इस महल को डिजाइन करने के लिए मशहूर आर्किटेक्ट रॉबर्ट टोर रसेल को नियुक्त किया गया था। पूरी संपत्ति 25 एकड़ के क्षेत्र में फैली हुई है और इसमें खूबसूरत बगीचे, लॉन और फव्वारे हैं जो इस शानदार महल की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं।
नीमराना: दिल्ली से 80 किलोमीटर की दूरी पर नीमराणा फोर्ट पैलेस लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। यह अलवर में दिल्ली-जयपुर हाईवे पर स्थित है। 1464 ई. में निर्मित, नीमराना फोर्ट पैलेस एक महल है जहाँ से राजपूत महाराजा पृथ्वी राज चौहान तृतीय ने शासन किया था। नीमराना किला अब राजस्थान के सबसे पुराने हेरिटेज लग्जरी होटलों में से एक में बदल गया है।
सुल्तानपुर पक्षी अभयारण्य: सुल्तानपुर पक्षी अभयारण्य भी सप्ताहांत पर घूमने के लिए एक खूबसूरत जगह है। खासकर, सर्दियों के दौरान यहाँ ज़रूर जाना चाहिए। यह असंख्य प्रवासी पक्षियों का घर है। यह गुड़गांव-फारुख नगर रोड पर दिल्ली में धौला-कुआँ से 40 किमी की दूरी पर स्थित है। सितंबर जैसे पीक सीजन के दौरान यहाँ पक्षियों की लगभग 250 प्रजातियाँ होती हैं। सर्दियों के दौरान, पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों का अद्भुत मनोरम दृश्य देखा जा सकता है।
गढ़मुक्तेश्वर: दिल्ली से लगभग 110 किमी दूर, गढ़मुक्तेश्वर हस्तिनापुर का हिस्सा हुआ करता था। यह शहर देवी गंगा की पूजा के लिए समर्पित है, जिसमें मुक्तेश्वर महादेव मंदिर सहित चार मंदिर हैं। यह क्षेत्र डॉल्फ़िन के दर्शन के लिए भी प्रसिद्ध है।