Google पर रूस ने क्यों लगाया दुनियाभर की GDP के बराबर जुर्माना? जानें यहां पूरा मामला
रूस ने गूगल पर पूरी दुनियाभर की जीडीपी के बराबर जुर्माना लगाया है। जिसे चुका पाना गूगल के बस की बात नहीं है। आमतौर पर टेक कंपनियों पर प्रत्येक कुछ महीने में जुर्माना लगता रहता है और टेक कंपनियां उस जुर्माने की भरपाई भी करती हैं लेकिन इस बार गूगल पर जो जुर्माना लगा है उसकी रकम इतनी ही भरपाई की ही नहीं जा सकती है।
गूगल पर रूस ने पूरी दुनियाभर की जीडीपी के बराबर जुर्माना लगाया है। जिसे चुका पाना गूगल के बस की बात नहीं है। आमतौर पर टेक कंपनियों पर प्रत्येक कुछ महीने में जुर्माना लगता रहता है और टेक कंपनियां उस जुर्माने की भरपाई भी करती हैं लेकिन इस बार गूगल पर जो जुर्माना लगा है उसकी रकम इतनी ही भरपाई की ही नहीं जा सकती है।
बता दें कि, रूस की एक अदालत ने गूगल पर एक असामान्य रूप से भारी जुर्माना लगाया है जिसकी राशि दो अनडेसिलियन रूबल्स यानी 20,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000 अमेरिकी डॉलर (2 के बाद 36 शून्य) है।
गूगल के लगभग 2 ट्रिलियन डॉल के कुल मूल्यांकन की तुलना में ये जुर्माना कहीं ज्यादा है। और यहां तक कि ये राशि विश्व की कुल जीडीपी द्वारा 110 ट्रिलियन डॉलर के आसपास अनुमानित किया गया है से भी कहीं ज्यादा है।
क्यों लगा इतना बड़ा जुर्नामा
गूगल पर लगे इसे विशाल जुर्माने का कारण गूगल द्वारा रूसी राज्य मीडिया चैनलों के कंटेंट पर यूट्यूब पर लगाए गए प्रतिबंध हैं। रूसी सरकारी समाचार एजेंसी TASS के अनुसार ये जुर्माना लगातार बढ़ता जा रहा है। TASS के मुताबिक क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि वे इस संख्या का उच्चारण भी नहीं कर सकते, लेकन उन्होंने गूगल प्रबंधन से इस पर ध्यान देने का आग्रह किया। गूगल ने इस जुर्माने पर कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है।
इस घटना रूस और इस अमेरिकी कंपनी गूगल के बीच तनाव को एक नई ऊंचाई पर ले जाती है। इससे पहले मई 2021 में रूस के मीडिया नियामक रोसकोम्नाडजोर ने गूगल पर आरोप लगाया था कि उसने RT और Sputnik जैसे रूसी मीडिया आउटलेट्स के लिए यूट्यूब का एक्सेस बैन कर दिया था।
जुलाई 2022 में रूस ने गूगल पर 21.1 बिलियन रूबल का जुर्माना लगाया था, जिसमें युद्ध संबंधी, 'प्रतिबंधित' सामाग्री और अन्य सामाग्री को नियंत्रित न करने का आरोप था। रूस में प्रेस की स्वतंत्रता लगभग ने के बराबर है और स्वतंत्र समाचार आउटलेट्स और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर गंभीर रोक लगाई गई है।
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