पाकिस्तान निशानेबाजी महासंघ ने विश्व कप से दो कोटा कम करने की मांग की
आईएसएसएफ ने बयान में कहा कि नयी दिल्ली में आईएसएसएफ विश्व कप को आपात स्थिति का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि पिछले कुछ दिनों में भारत में आतंकी हमले के कारण पाकिस्तान के खिलाड़ियों को प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए वीजा नहीं मिला है।
नयी दिल्ली। पुलवामा आतंकी हमले के मद्देनजर वीजा से इनकार किए जाने के बाद पाकिस्तान के निशानेबाजी महासंघ ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय संस्था आईएसएसएफ को पत्र लिखकर यहां होने वाले सत्र के पहले विश्व कप से 25 मीटर रेपिड फायर पिस्टल के ओलंपिक 2020 के दो कोटा कम करने को कहा है। इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों की मौत हो गई थी जिसके बाद यहां शनिवार से शुरू हो रहे विश्व कप में पाकिस्तान के निशानेबाजों के प्रतिनिधित्व पर अनिश्चितता के बादल छा गए थे।
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भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अधिकारी ने कहा, ‘आईएसएसएफ को पाकिस्तान महासंघ का पत्र मिला है जिसमें आग्रह किया गया है कि उन स्पर्धाओं में कोटा स्थान नहीं दिए जाएं जिनमें उसके निशानेबाजों को हिस्सा लेना था। यह आईएसएसएफ के महासचिव ने बताया।’ पाकिस्तान ने अपने दो निशानेबाजों जीएम बशीर और खलील अहमद के वीजा के लिए आवेदन किया था। इन दोनों को रेपिड फायर वर्ग में हिस्सा लेना था। यह प्रतियोगिता 2020 ओलंपिक खेलों की क्वालीफायर है।
आईएसएसएफ के अध्यक्ष व्लादिमीर लिसिन और महासचिव एलेक्सांद्र रेटनर दोनों इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के लिए भारत में हैं। लिसिन इस मुद्दे को खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के साथ उठा सकते हैं। रेटनर ने कहा कि कोटा स्थान देने का फैसला अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति पर निर्भर करता है। आईएसएसएफ ने इसे आपात स्थिति करार दिया है। आईएसएसएफ ने बयान में कहा, ‘नयी दिल्ली में आईएसएसएफ विश्व कप को आपात स्थिति का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि पिछले कुछ दिनों में भारत में आतंकी हमले के कारण पाकिस्तान के खिलाड़ियों को प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए वीजा नहीं मिला है।’
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उन्होंने कहा कि आईएसएसएफ और प्रतियोगिता की आयोजन समिति पाकिस्तान टीम के साथ भेदभव की स्थिति से बचने के लिए इस मुद्दे को सुलझाने के लिए सभी प्रयास कर रही है। एनआरएआई महासचिव डीवीएस राव ने कहा कि महासंघ सरकार की इच्छा और आदेश के अनुसार चलेगा। राव ने कहा, ‘मैं आपको सिर्फ इतना बता सकता हूं कि उन्हें आज आना था, वीजा जारी करना सरकार पर निर्भर करता है। सरकार ने हमें उन्हें स्वीकृति देने से इनकार करने को नहीं कहा है। अगर सरकार उन्हें वीजा नहीं देती तो हम इससे बंधे हैं। हम कुछ नहीं कर सकते।’ उन्होंने कहा, ‘हमें भारत सरकार के नियमों और आदेशों का पालन करना होगा। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से काफी पहले हमने आमंत्रण भेजे थे और वीजा जारी किए गए थे।’
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