अनिल कुंबले ने भारतीय टीम का मुख्य कोच पद छोड़ा
भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले ने कप्तान विराट कोहली के साथ कथित बहुचर्चित मतभेदों के बीच अपना पद छोड़ दिया और इस तरह से उनके सफल कार्यकाल का कड़वा अंत हुआ।
नयी दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले ने कप्तान विराट कोहली के साथ कथित बहुचचर्ति मतभेदों के बीच अपना पद छोड़ दिया और इस तरह से उनके सफल कार्यकाल का कड़वा अंत हुआ। कुंबले ने बीसीसीआई को अपने फैसले से अवगत कराया जिसने बाद में संक्षिप्त बयान में इस पूर्व कप्तान के त्याग पत्र की पुष्टि की। बीसीसीआई ने बयान में कहा, 'भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) पुष्टि करता है अनिल कुंबले ने भारतीय सीनियर पुरूष टीम के मुख्य कोच पद के तौर पर अपनी सेवायें समाप्त करने का फैसला किया है।' इसमें कहा गया है, 'क्रिकेट सलाहकार समिति (सीईसी) ने हालांकि मुख्य कोच के रूप में उनका कार्यकाल बढ़ाने का पक्ष लिया था लेकिन अनिल कुंबले ने कोच के रूप में नहीं बने रहने का फैसला किया।' कुंबले का यह फैसला कोहली के साथ उनके मतभेदों की रिपोर्ट और आईसीसी चैंपियन्स ट्राफी फाइनल में पाकिस्तान से मिली शर्मनाक हार के केवल दो दिन बाद आया है। उनका एक साल का अनुबंध चैंपियन्स ट्राफी के साथ ही समाप्त हो गया था लेकिन उन्हें शुक्रवार से शुरू हो रही सीमित ओवरों की श्रृंखला के लिये टीम के साथ वेस्टइंडीज दौरे पर जाने का विकल्प दिया गया था। कुंबले ने हालांकि आईसीसी वार्षिक सम्मेलन के लिये लंदन में रूकने का फैसला किया है क्योंकि वह क्रिकेट समिति के चेयरमैन हैं जबकि भारतीय टीम बारबाडोस के लिये रवाना हो गयी। बीसीसीआई ने चैंपियन्स ट्राफी शुरू होने से एक दिन पहले ही मुख्य कोच पद के लिये नये आवेदन मंगवाये थे। कुंबले को कोच चयन प्रक्रिया में सीधा प्रवेश मिला था। जिन अन्य ने इस पद के लिये आवेदन किया है उनमें वीरेंद्र सहवाग, टाम मूडी, रिचर्ड पायबस और लालचंद राजपूत भी शामिल हैं।
इंग्लैंड में चैंपियन्स ट्राफी से इतर बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) जिसमें सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली शामिल हैं, ने कुंबले और कोहली के बीच मतभेद दूर करने के लिये उनके साथ बैठक की थी। बीसीसीआई में माना जा रहा है कि कोहली और सीएसी की बीच बैठक में कप्तान ने साफ कर दिया था कि कोच के साथ उनके संबंध अच्छे नहीं हैं। सीएसी ने ही पिछले साल कुंबले को मुख्य कोच चुना था। समिति जल्द ही कुंबले उत्तराधिकारी पर फैसला करेगी। पूरी चैंपियन्स ट्राफी के दौरान अभ्यास सत्र में कुंबले और कोहली के बीच बमुश्किल बातचीत हुई। इस दौरान कुंबले को अधिकतर गेंदबाजों को अभ्यास कराते हुए देखा गया।टीम ने कुंबले के कोच रहते हुए अच्छा प्रदर्शन किया। उसने वेस्टइंडीज के खिलाफ उसकी सरजमीं पर 2-0 से श्रृंखला जीती और उसके बाद न्यूजीलैंड (3-0) , इंग्लैंड (4-0), बांग्लादेश (1-0) और आस्ट्रेलिया (2-1) को घरेलू श्रृंखला में हराया। टीम ने इस 46 वर्षीय पूर्व कप्तान के कार्यकाल के दौरान आठ वनडे जीते और पांच गंवाये। पूर्व भारतीय स्पिनर बिशन सिंह बेदी ने ट्वीट किया, 'जिसने भी भारत के महान खिलाड़ी अनिल कुंबले के खिलाफ विद्रोह किया उसे बाहर कर देना चाहिए। निश्चित तौर पर इससे भारतीय क्रिकेट को नुकसान हुआ है।' पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने कहा कि स्थिति से बेहतर तरीके से निबटा जा सकता था। उन्होंने कहा, 'यह (कोच चयन प्रक्रिया) चैंपियन्स ट्राफी से ठीक पहले नहीं बल्कि घरेलू सत्र के बाद होनी चाहिये थी। इससे बेहतर तरीके से निबटाया जाना चाहिये था।' इस बीच बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना और कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने भारतीय टीम को दी गयी कुंबले की सेवाओं के लिये उनका आभार व्यक्त किया। चौधरी ने कहा, 'हम टीम में अनिल कुंबले के बहुमूल्य योगदान के लिये उनका आभार व्यक्त करते हैं। उनके रहते हुए टीम नंबर एक टेस्ट टीम बनी। भारतीय क्रिकेट को विभिन्न क्षमताओं में उनकी योगदान की जरूरत है। उन्हें भविष्य के लिये शुभकामनाएं।'
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