कोहली ने जीत के बाद कहा, यह नहीं कहूंगा कि शांतचित था
आस्ट्रेलिया के अंतिम चार बल्लेबाजों ने 107 रन जोड़े जिससे एक समय भारतीयों की भी चिंता बढ़ने लगी थी। कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘‘टेस्ट मैचों में ऐसा होता है।
एडीलेड। भारत को आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के पांचवें दिन सोमवार को पुछल्ले बल्लेबाजों के जुझारूपन के कारण जीत के लिये इंतजार करना पड़ा और कप्तान विराट कोहली ने बाद में कहा कि ऐसे मौके पर वह शांतचित नहीं थे। भारत ने आस्ट्रेलिया को 31 रन से हराकर चार मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बनायी। आस्ट्रेलिया के अंतिम चार बल्लेबाजों ने 107 रन जोड़े जिससे एक समय भारतीयों की भी चिंता बढ़ने लगी थी। कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘‘टेस्ट मैचों में ऐसा होता है। मैच में उतार चढ़ाव आते रहते हैं। बाधाएं भी आती हैं। उन्होंने वास्तव में अच्छा संघर्ष किया लेकिन हमने अपनी रणनीति अच्छी तरह से लागू की।’’
THAT IS IT! #TeamIndia has done it! Another glorious chapter added to our love affair with Adelaide. Got close in the end, but India win by 31 runs and lead the series 1-0 #AUSvIND pic.twitter.com/hmW1Lla2q8
— BCCI (@BCCI) December 10, 2018
भारतीय कप्तान से पूछा गया कि जब पुछल्ले बल्लेबाज इंतजार बढ़ा रहे थे तब क्या वे चिंतित थे, उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह नहीं कहूंगा कि मैं बिल्कुल शांतचित था लेकिन आप अपनी भावनाओं को खुलकर उजागर नहीं कर सकते। जसप्रीत (बुमराह) को उसके आखिरी ओवर में मैंने सहज रहने को कहा। गेंदबाजों पर मुझे गर्व है। हमारे पास चार गेंदबाज थे और उन्होंने 20 विकेट लिये जो बड़ी उपलब्धि है। पूर्व में हम ऐसा नहीं कर पाये।’’ कोहली ने कहा कि भारत ने टेस्ट मैच में सामूहिक तौर पर अच्छा प्रदर्शन किया और उम्मीद जतायी कि उनके बल्लेबाज आगे भी अच्छी बल्लेबाजी करके गेंदबाजों के प्रयास को सफल करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘इससे पता चलता है कि अगर बल्लेबाज नियमित तौर पर जिम्मेदारी उठाते हैं तो हम प्रत्येक टेस्ट मैच में जीत के लिये प्रयास करेंगे। सामूहिक रूप से हमारी टीम बेहतर थी और हम जीत के हकदार थे।’’
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भारत की जीत के नायक चेतेश्वर पुजारा रहे जिन्होंने 123 और 71 रन की दो लाजवाब पारियां खेली तथा कप्तान ने भी उनकी सराहना की। कोहली ने कहा, ‘‘पुजारा ने अमूल्य पारी खेली। उनके धैर्य और प्रतिबद्धता से हमने वापसी की। हम जानते थे कि अच्छा स्कोर मेजबान टीम को संकोची बना देगा। कोई भी बढ़त महत्वपूर्ण होती और हमने 15 रन की बढ़त ली। इसके बाद दूसरी पारी में उसने और रहाणे ने शानदार बल्लेबाजी की।’’ कोहली से पूछा गया कि क्या 323 रन का लक्ष्य पर्याप्त था, उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमारा निचला मध्यक्रम और निचला क्रम अच्छा प्रदर्शन कर सकता था। हमें 30-35 रन और जोड़ने चाहिए थे जिससे मैच पूरी तरह से आस्ट्रेलिया के हाथ से निकल जाता।’’
Indian skipper Virat Kohli: With 4 bowlers picking up 20 wickets in a test match away from home, especially with the ball that does not offer you so much is something that we can be proud of. But we need to build on this, we can't be happy with one test match. #INDvAUS pic.twitter.com/iouXoKsli6
— ANI (@ANI) December 10, 2018
उन्होंने कहा, ‘‘पर्थ जाने से पहले हम इन चीजों पर गौर करेंगे लेकिन अगर कोई श्रृंखला से पहले मुझसे कहता कि श्रृंखला शुरू होने पर हम 1-0 से आगे हो जाएंगे तो मैं इसे हाथों हाथ लेता।’’ आस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन को निराशा थी कि उनकी टीम अप्रत्याशित जीत दर्ज नहीं कर पायी। पेन ने कहा, ‘‘यह हताशाजनक है लेकिन भारत जीत का हकदार था। हमें लग रहा था कि हम लक्ष्य हासिल कर सकते हैं लेकिन हमारे मुख्य बल्लेबाज लंबे समय तक नहीं टिक पाये। मुझे लगता है पुजारा दोनों टीम के बीच मुख्य अंतर रहे। हम पर्थ में इस विश्वास के साथ जाएंगे कि हम अब भी यह श्रृंखला जीत सकते हैं।’’
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मैन आफ द मैच पुजारा ने कहा कि यहां पूर्व में खेलने का अनुभव उनके काफी काम आया। उन्होंने कहा, ‘‘यहां पूर्व में खेलने के अनुभव का काफी फायदा मिला। इससे मेरी तैयारियों में मदद मिली। टेस्ट मैच जीतने पर श्रेय सभी गेंदबाजों को जाता है। पहली पारी में 15 रन की बढ़त से हमारा भरोसा बढ़ा।’’ पुजारा को अच्छा बल्लेबाज बनाने में उनके पिता की भूमिका अहम रही और उन्होंने उनका आभार भी व्यक्त किया। इस बल्लेबाज ने कहा, ‘‘यह बहुत मायने रखता है। उन्हें गर्व होगा। मैं अपने करियर में उनके समर्थन का आभार व्यक्त करता हूं।’’
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