अर्जेंटीना से होगा भारतीय पुरुष हॉकी टीम का कड़ा मुकाबला, क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने उतरेगी टीम
न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-2 की संघर्षपूर्ण जीत के बाद भारतीयों को आस्ट्रेलिया के हाथों 1-7 की करारी हार का सामना करना पड़ा। पिछले चार दशक में पहले ओलंपिक पदक की कवायद में लगी भारतीय टीम हालांकि स्पेन पर 3-0 की जीत से वापसी करने में सफल रही।
तोक्यो। पिछले मैच में शानदार वापसी करने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम गुरुवार को यहां मौजूदा चैंपियन अर्जेंटीना की कड़ी चुनौती से पार पाकर तोक्यो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह सुरक्षित करने की कोशिश करेगी। विश्व में चौथे नंबर के भारत ने अभी तक तीन मैचों में दो जीत दर्ज की हैं और वह पूल ए में दूसरे स्थान पर है। इस पूल में आस्ट्रेलिया ने अभी तक अपने तीनों मैच जीते हैं और वह शीर्ष पर है। अर्जेंटीना वर्तमान में विश्व में सातवीं रैंकिंग पर है। वह एक जीत, एक हार और एक ड्रा से चौथे स्थान पर है। न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-2 की संघर्षपूर्ण जीत के बाद भारतीयों को आस्ट्रेलिया के हाथों 1-7 की करारी हार का सामना करना पड़ा। पिछले चार दशक में पहले ओलंपिक पदक की कवायद में लगी भारतीय टीम हालांकि स्पेन पर 3-0 की जीत से वापसी करने में सफल रही।
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भारत के आठ ओलंपिक स्वर्ण पदकों में से आखिरी पदक 1980 में मास्को ओलंपिक में आया था। अर्जेंटीना ने दूसरी तरफ अपना पहला मैच स्पेन से 1-1 से बराबर खेला जबकि मेजबान जापान को उसने 2-1 से हराया लेकिन आस्ट्रेलिया के हाथों उसे भी 2-5 से करारी हार झेलनी पड़ी थी। स्पेन पर जीत से मनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली भारतीय टीम का मनोबल निश्चित तौर पर बढ़ा है, विशेषकर तब जबकि आस्ट्रेलिया ने उसके हौसले पस्त कर दिये थे। हालांकि भारत के मुख्य कोच ग्राहम रीड के अनुसार टीम को खेल के हर पहलू में सुधार करने की जरूरत है। स्पेन के खिलाफ मंगलवार को टीम ने कम से आठ पेनल्टी कार्नर गंवाये जो कि कोच के लिये चिंता का विषय है। रीड ने कहा, ‘‘सुधार के लिहाज से काफी चीजों पर काम करना है। स्पेन के खिलाफ हमने भी काफी कार्नर गंवाये और जब ऐसा होता है तो वह चिंता का विषय बन जाता है लेकिन रक्षण के लिहाज से टीम ने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया। ’’ भारतीय टीम ने स्पेन के खिलाफ शुरू से दबाव बनाया और अर्जेंटीना की रक्षापंक्ति में सेंध लगाने के लिये वह यही रणनीति अपनाना चाहेगा।
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ड्रैगफ्लिकर रूपिंदर पाल सिंह ने स्पेन के खिलाफ दो गोल किये। इनमें से एक उन्होंने पेनल्टी स्ट्रोक और दूसरा पेनल्टी कार्नर पर किया। एक अन्य गोल सिमरनजीत सिंह ने किया। अनुभवी गोलकीपर पी आर श्रीजेश की अगुवाई वाली भारतीय रक्षापंक्ति ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ लचर प्रदर्शन किया था लेकिन स्पेन के खिलाफ उसने भी बेहतरीन खेल दिखाया। उसे अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाये रखनी होगी। इन दोनों टीमों के बीच हालिया रिकार्ड की बात करें तो भारत का पलड़ा भारी लगता है। इस साल के शुरू में एफआईएच प्रो लीग का पहला मैच 2-2 से ड्रा छूटने के बाद भारत ने अर्जेंटीना को शूट आउट में 3-2 से हराया। इसके बाद उसने ब्यूनसआयर्स में अगला मैच 3-0 से जीता था। ओलंपिक की तैयारियों के सिलसिले में इन दोनों टीमों ने आपस में चार मैच खेले थे। भारत ने पहला मैच 4-3 से जीता। अगला मैच 4-4 से ड्रा रहा जबकि अर्जेंटीना तीसरा मैच 1-0 से जीतने में सफल रहा। भारत ने आखिरी मैच 4-3 से जीता था। भारतीय कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा, ‘‘इसमें संदेह नहीं कि हमारा अर्जेंटीना दौरा सफल रहा था लेकिन वह अतीत की बात है और यह पूरी तरह से भिन्न मौका है। इसलिए हम ओलंपिक जैसे मंच पर किसी टीम को हल्के से नहीं ले सकते हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह अच्छा मैच होगा और मुझे लगता है कि हमें अपने कौशल पर विश्वास रखना होगा और उन सभी चीजों को दोहराना होगा जो हमने अभ्यास मैचों में की थी। ’’ मैच भारतीय समयानुसार सुबह छह बजे खेला जाएगा।
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