बजरंग पूनिया के पिता ने बेटे का बढ़ाया हौसला, बोले- आज तक खाली हाथ नहीं लौटा

Balwan Punia

भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया के पिता बलवान सिंह ने कहा कि मैंने उससे (बजरंग पूनिया) सुबह बात की और उसका हौसला बढ़ाते हुए कहा कि बेटा तू हारा नहीं है...जीत रहा है।

चंडीगढ़। टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया के पदक जीतने की उम्मीदें हैं। इसी बीच उनके पिता बलवान सिंह ने उनका हौसला बढ़ाया है। दरअसल, बजरंग पूनिया सेमीफाइनल मुकाबले में 65 किलो भारवर्ग में अजरबेजान के हाजी अलीएव से 5-12 से मुकाबला हार गए थे। जिसके बाद उनके पिता बलवान सिंह ने कहा कि तू हारा नहीं है...जीत रहा है। 

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समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक बजरंग पूनिया के पिता बलवान सिंह ने कहा कि मैंने उससे (बजरंग पूनिया) सुबह बात की और उसका हौसला बढ़ाते हुए कहा कि बेटा तू हारा नहीं है...जीत रहा है। हम तो इसे ही गोल्ड मेडल मान रहे हैं। आज पदक पक्का है क्योंकि जब भी वो (बजरंग) लड़ा है तो खाली हाथ नहीं आया। उन्होंने कहा कि सेमीफाइनल में चोट की वजह से बजरंग अक्रामक नहीं खेल पाया है।

केडी जाधव भारत को कुश्ती में पदक दिलाने वाले पहले पहलवान थे जिन्होंने 1952 के हेलसिंकी ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। उसके बाद सुशील ने बीजिंग में कांस्य और लंदन में रजत पदक हासिल किया। सुशील ओलंपिक में दो व्यक्तिगत स्पर्धा के पदक जीतने वाले अकेले भारतीय थे लेकिन बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू ने कांस्य जीतकर बराबरी की। 

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लंदन ओलंपिक में योगेश्वर दत्त ने भी कांस्य पदक जीता था। वहीं साक्षी मलिक ने रियो ओलंपिक 2016 में कांस्य पदक हासिल किया था। कुश्ती में विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया भी भारत की पदक उम्मीद हैं।

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