राम, राफेल, राजस्थान, राजपूत और राहुल संबंधी मुद्दों का सटीक विश्लेषण
राम, राफेल और राजस्थान मुख्य मुद्दे बने रहे इसके साथ ही सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मामला भी लगातार सुर्खियों में बना रहा। इस मामले में बिहार पुलिस और मुंबई पुलिस की जाँच में अलग-अलग एंगल सामने आने के बाद मामले को सीबीआई को सौंपने की माँग बलवती होती जा रही है।
इस सप्ताह के राजनीतिक मुद्दों की बात करें तो अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भूमि पूजन के लिए जाना विवाद का विषय बना क्योंकि सांसद असद्दुदीन ओवैसी ने कहा कि यदि प्रधानमंत्री वहां जाते हैं तो यह संविधान की शपथ का उल्लंघन होगा। ओवैसी के इस बयान पर भाजपा ने जोरदार पलटवार करते हुए कहा कि जब पहले बड़े पदों पर बैठे नेता इफ्तार पार्टी देते थे तब वह धर्मनिरपेक्षता का कार्य करते थे क्या। सरकार की तरफ से हालांकि किसी ने ओवैसी के बयान पर जवाब नहीं दिया। इस सबके बीच अयोध्या में भूमि पूजन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं और साथ ही प्रधानमंत्री की सुरक्षा को देखते हुए अयोध्या को अभेद्य किले में भी तब्दील कर दिया गया है।
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इसके अलावा राजस्थान में राजनीतिक घटनाक्रम भी चर्चा का विषय बना रहा। मुख्यमंत्री लगातार राज्यपाल के खिलाफ कड़ा रुख अपनाये रहे। राज्यपाल पर पद के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कांग्रेस की प्रदेश इकाइयों ने सभी राज्यों में राजभवनों के बाहर धरना प्रदर्शन भी किया। लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को आखिरकार नियम कानूनों के तहत कैबिनेट नोट राज्यपाल को भेजना पड़ा और राज्यपाल ने 14 अगस्त से विधानसभा का सत्र बुलाये जाने को अपनी मंजूरी प्रदान कर दी। बहरहाल, कांग्रेस विधायक जोकि अब तक जयपुर के होटल में ठहरे हुए थे वह वहां बोर हो गये तो उन्हें चार्टर्ड फ्लाइट से जैसलमेर लेकर जाना पड़ा।
इस बीच यह सप्ताह सभी देशवासियों को गौरवान्वित करने वाला भी रहा क्योंकि राफेल लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना को मिल गये और इससे हमारी वायुशक्ति में जोरदार इजाफा हुआ और पड़ोसी देशों के माथे पर चिंता की लकीरें आ गयीं। 2019 के लोकसभा चुनावों में राफेल को मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस अब इस विमान के भारत आ जाने पर भी इसका खुलकर स्वागत नहीं कर पाई जबकि पूरे देश ने इन लड़ाकू विमानों का दिल खोलकर स्वागत किया।
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इसके अलावा यह सप्ताह सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की सीबीआई जाँच की माँग को लेकर भी चर्चाओं से भरा रहा। सुशांत सिंह राजपूत के पिता की ओर से कराई गई एफआईआर में जो बातें सामने आई हैं उसको देखते हुए अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती अब इस मामले में मुख्य आरोपी नजर आ रही हैं। मुंबई पुलिस और बिहार पुलिस की अलग-अलग जाँच को देखते हुए संभव है जल्द ही यह मामला सीबीआई के पास चला जाये।
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साथ ही इस सप्ताह कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जब पार्टी के राज्यसभा सांसदों से बातचीत की तो वयोवृद्ध नेताओं और युवा नेताओं की सोच में अंतर साफ नजर आया। यह सप्ताह असम और बिहार में बाढ़ के संकट को और गहरा गया जिसको देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारों ने तमाम तरह की राहतों का ऐलान किया है। कोरोना वायरस के संक्रमण की दृष्टि से भी यह सप्ताह आंकड़ों में जोरदार वृद्धि वाला रहा और कुल मामले साढ़े सोलह लाख के पार चले गये। हालांकि स्वस्थ होने वालों की बेहतर दर एक अच्छा संकेत है।
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