विश्वकप में जीत की स्क्रिप्ट लिखने वाले यशपाल शर्मा का कॅरियर छोटा मगर दमदार रहा
1983 विश्वकप टीम का हिस्सा रहे यशपाल शर्मा का जन्म पंजाब में 11 अगस्त 1954 को हुआ था। स्कूल के दिनों में ही उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। तब उन्होंने कई यादगार पारियां खेलीं। एक बार स्कूल की तरफ से खेलते हुए यशपाल शर्मा ने 260 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी यशपाल शर्मा का मंगलवार सुबह (13 जुलाई) निधन हो गया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक यशपाल शर्मा को दिल का दौरा पड़ा था। जिसके बाद उनका निधन हो गया। भारतीय टीम को विश्वख्याति दिलाने वाली टीम का हिस्सा रहे यशपाल शर्मा ने 1983 में खेले गए विश्वकप में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले मुकाबले में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। हालांकि यशपाल शर्मा अपने एकदिवसीय कॅरियर में कोई भी शतक नहीं जड़ पाए। उनका कॅरियर छोटा जरूर था लेकिन सभी के दिलों में छाप छोड़ने वाला था।
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प्रारंभिक जीवन
1983 विश्वकप टीम का हिस्सा रहे यशपाल शर्मा का जन्म पंजाब में 11 अगस्त 1954 को हुआ था। स्कूल के दिनों में ही उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। तब उन्होंने कई यादगार पारियां खेलीं। एक बार स्कूल की तरफ से खेलते हुए यशपाल शर्मा ने 260 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था। जिसके बाद सुर्खियों में उनका नाम छाया हुआ था।
इंग्लैंड के खिलाफ किया था डेब्यू
यशपाल शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड के खिलाफ 2 अगस्त, 1979 को लॉर्ड्स में डेब्यू किया था। जबकि उन्होंने अपना आखिरी मुकाबला वेस्टइंडीज के खिलाफ 29 अक्टूबर, 1983 को खेला था। विश्वकप खेलने के कुछ वक्त बाद ही उनका कॅरियर समाप्त हो गया था। छोटा कॅरियर होने के बावजूद उनकी भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी छाप छोड़ी थी।
वहीं, एकदिवसीय मुकाबले की बात की करें तो यशपाल शर्मा ने साल 1978 में ही पाकिस्तान के खिलाफ पहला अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मुकाबला खेला था। जबकि आखिरी मुकाबला इंग्लैंड के खिलाफ चंडीगढ़ में साल 1985 में खेला।
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विश्वकप में दिखाया कमाल
1983 विश्वकप में टीम का हिस्सा रहे यशपाल शर्मा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए मुकाबले में अपने कॅरियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 89 रनों की पारी खेली। इसके अलावा सेमीफाइनल में भी उन्होंने कमाल का प्रदर्शन करते हुए 61 रन बनाए। जो उस मुकाबले में एक भारतीय खिलाड़ी द्वारा बनाए गए सर्वाधिक रन थे।
भले ही यशपाल शर्मा का कॅरियर खिलाड़ी के तौर पर छोटा रहा लेकिन वो भारतीय क्रिकेट टीम से जुड़े रहे। कभी चयन समिति के जरिए तो कभी अंपायरिंग के। वह साल 2003 से लेकर 2005 तक राष्ट्रीय चयन समिति का हिस्सा रहे। हालांकि 2008 में फिर समिति से जुड़ गए।
-अनुराग गुप्ता
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