युवा धर्म, जाति का दुरुपयोग करने वाली विभाजनकारी ताकतों से दूर रहें : सिद्धरमैया
राज्य स्तरीय युवा महोत्सव कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान युवाओं में सामाजिक रूप से जिम्मेदार दृष्टिकोण विकसित करने के महत्व पर जोर दिया
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने रविवार को दावा किया कि विभाजनकारी ताकतें कर्नाटक और देश में शांति को बाधित करने के लिए धर्म और जाति का दुरुपयोग कर रही हैं, जिससे प्रगति बाधित हो रही है।
उन्होंने युवाओं से ऐसी ताकतों से दूर रहने और अपने भविष्य की रक्षा करने का आह्वान किया। यहां राज्य स्तरीय युवा महोत्सव कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान युवाओं में सामाजिक रूप से जिम्मेदार दृष्टिकोण विकसित करने के महत्व पर जोर दिया।
सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘जब युवा सामाजिक चेतना के साथ बढ़ते हैं, तो वे राष्ट्र की संपत्ति बन जाते हैं। इसे हासिल करने के लिए उन्हें वैज्ञानिक और तर्कसंगत शिक्षा लेनी चाहिए, समान अवसर पैदा करने चाहिए और समाज की प्रगति में योगदान देना चाहिए।’’
उन्होंने युवाओं से आग्रह करते हुए कहा, ‘‘संविधान का सार सभी को समझना चाहिए। यह सभी नागरिकों के लिए आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करता है और सभी को अपने धर्म का स्वतंत्र रूप से पालन करने की अनुमति देता है। इस संविधान की वजह से ही मैं मुख्यमंत्री बन सका। संविधान की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है।
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