युवा ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण को मूर्त रूप देने के लिए अपना योगदान दें : उप राज्यपाल सिन्हा

Manoj Sinha
ANI

सिन्हा ने विद्यार्थियों को कुशल बनाने में तथा कक्षा से परे सीखने को बढ़ावा देने में स्कूल शिक्षा विभाग, शैक्षणिक संस्थानों और शिक्षण समुदाय की भूमिका को भी रेखांकित किया।

 जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने केंद्र शासित प्रदेश के युवाओं से गतिशील और प्रतिस्पर्धी माहौल और ज्ञान मंचों का लाभ लेकर जीवन में नये लक्ष्य तय करने की अपील की।

यहां शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एसकेयूएएसटी) में छात्र अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए सिन्हा ने कहा कि इस महान राष्ट्र के युवाओं के रूप में उन्हें ‘‘विकसित भारत 2047’’ के दृष्टिकोण को मूर्त रूप देने में अपना योगदान देना चाहिए।

उप राज्यपाल ने कहा, ‘‘मेरा दृढ़ विश्वास है कि शिक्षा का लक्ष्य केवल संख्या और रैंकिंग तक सीमित नहीं है। इसका उद्देश्य बेहतर मनुष्य और भविष्य के नेताओं का निर्माण करना भी है, जो शिक्षा क्षेत्र और वैश्विक अर्थव्यवस्था की आवश्यकताओं के बीच की खाई को पाटेंगे।’’

सिन्हा ने विद्यार्थियों को कुशल बनाने में तथा कक्षा से परे सीखने को बढ़ावा देने में स्कूल शिक्षा विभाग, शैक्षणिक संस्थानों और शिक्षण समुदाय की भूमिका को भी रेखांकित किया।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारा ध्येय आजीवन सीखने के कौशल, रचनात्मकता, जिज्ञासा, समस्या समाधान और आलोचनात्मक सोच पर होना चाहिए। इससे प्रतिभाशाली युवाओं को मूल्यवान और विशेष कौशल विकसित करने में मदद मिलेगी, जो उन्हें भविष्य की सभी चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने में सक्षम बनाएगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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