भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त योगी सरकार, IAS अधिकारी अभिषेक प्रकाश को किया सस्पेंड

योगी ने यह भी कहा कि कभी बीमारू राज्य रहा उत्तर प्रदेश अब भारत की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। मुख्यमंत्री ने गोंडा में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान (एम-युवा) के तहत देवीपाटन मंडल के 1,423 युवा उद्यमियों को 55 करोड़ रुपये के ऋण वितरित करने के बाद ये विचार व्यक्त किए।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार ‘भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार करने’ की दिशा में काम कर रही है। भ्रष्टाचार को दीमक बताते हुए उन्होंने कहा कि यह दीमक व्यवस्था को खोखला कर रही है। उन्होंने कहा, ‘दीमक को खत्म करने की जरूरत है।’ योगी ने यह भी कहा कि कभी बीमारू राज्य रहा उत्तर प्रदेश अब भारत की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। मुख्यमंत्री ने गोंडा में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान (एम-युवा) के तहत देवीपाटन मंडल के 1,423 युवा उद्यमियों को 55 करोड़ रुपये के ऋण वितरित करने के बाद ये विचार व्यक्त किए।
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सीएम ने कहा कि हम ऐसी कार्रवाई करेंगे जो एक मिसाल बनेगी। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें सरकारी सेवा में कभी जगह न मिले। योगी ने कहा, "भ्रष्टाचार दीमक की तरह व्यवस्था को कमजोर करता है और इसे खत्म करने के लिए समाज और सरकार दोनों के सामूहिक प्रयासों की जरूरत है, ताकि आने वाली पीढ़ियों की बेहतरी हो सके।" उन्होंने कहा कि युवाओं को अपनी ऊर्जा का सही दिशा में उपयोग करने के लिए सही अवसर मिलें तो उन्हें आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश युवाओं की शक्ति से आत्मनिर्भर बनेगा।
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उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और इन्वेस्ट यूपी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक प्रकाश को एक परियोजना को मंजूरी देने में भ्रष्टाचार के आरोपों पर निलंबित कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि मामले में शामिल एक कथित बिचौलिए निकांत जैन को भी गुरुवार को गिरफ्तार किया गया। 2006 बैच के आईएएस अधिकारी प्रकाश को सौर ऊर्जा उद्योग के एक निवेशक द्वारा शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद निलंबित कर दिया गया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि जैन ने परियोजनाओं के लिए मंजूरी देने के लिए कमीशन की मांग की थी। सरकार ने एक बयान में कहा कि प्रकाश के खिलाफ आगे की अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू की गई है।
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