क्या शिंदे पर भारी पड़ेगी उद्धव-पवार की रणनीति ? बागी विधायकों को CM की दो टूक
महाराष्ट्र में चल रहे मौजूदा ड्रामा के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस्तीफा नहीं देंगे और विधानसभा में शक्ति परीक्षण का सामना करेंगे। मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास छोड़ने के बाद उद्धव ठाकरे ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार के साथ कई राउंड की बैठकें की हैं। जिसमें यह रणनीति बनी कि महाविकास अघाड़ी सरकार सदन का सामना करेगी।
महाराष्ट्र का सियासी ड्रामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की भावुक अपील के बावजूद शिवसेना टूट की कगार पर खड़ी है। बागी हो चुके एकनाथ शिंदे के साथ करीब 38 विधायक हैं और दावा किया जा रहा है कि कुछ विधायक जल्द ही उनके कैंप में शामिल होंगे। ऐसे में शिवसेना की मौजूदा स्थिति के लिए बागियों ने उद्धव ठाकरे को दोषी माना है और उन्होंने उद्धव ठाकरे को एक पत्र भी लिखा था। जिसमें उन्होंने कहा था कि उद्धव ठाकरे के दरवाजे पिछले ढाई साल से हमारे लिए बंद थे।
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सदन का सामना करेंगे उद्धव ठाकरे
महाराष्ट्र में चल रहे मौजूदा ड्रामा के बीच उद्धव ठाकरे इस्तीफा नहीं देंगे और विधानसभा में शक्ति परीक्षण का सामना करेंगे। मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास छोड़ने के बाद उद्धव ठाकरे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार के साथ कई राउंड की बैठकें की हैं। जिसमें यह रणनीति बनी कि महाविकास अघाड़ी सरकार सदन का सामना करेगी और वो झुकने वाली नहीं है।
राजनीति के भीष्म कहे जाने वाले शरद पवार पहली बार इतना ज्यादा अचंभित हैं कि आखिर इतनी बड़ी संख्या में विधायक बागी होने वाले थे और किसी को कैसे इसकी भनक तक नहीं लगी। हालांकि महाविकास अघाड़ी में शामिल कांग्रेस और एनसीपी इसे शिवसेना का अंदरुनी मामला बता रही है लेकिन उद्धव ठाकरे को भी पता है कि शरद पवार के बिना इन हालातों ने नहीं उभरा जा सकता है। ऐसे में लगातार उनसे राय-मशवरा हो रहा है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, उद्धव ठाकरे और महाविकास अघाड़ी के वरिष्ठ नेता की योजना है कि विधानसभा में आंखों में आंखे डालकर बागियों का सामना किया जाएगा। इससे महाविकास अघाड़ी सरकार को बागियों को साधने का थोड़ा समय मिल जाएगा। ऐसे में अगर महाविकास अघाड़ी सदन में बहुमत साबित करने में कामयाब होती है तो उद्धव ठाकरे की स्थिति और भी ज्यादा मजबूत हो जाएगी... जबकि उनकी भूमिकाओं की वजह से ऐसे हालात पनपे हैं... ऐसा बागी विधायक आरोप लगा रहे हैं।
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अपनों ने दिया शिवसेना को धोखा
उद्धव ठाकरे ने बीती रात आरोप लगाया कि भाजपा का मकसद शिवसेना को समाप्त करना है क्योंकि वह हिंदू वोट बैंक को साझा नहीं करना चाहती। इसी बीच उद्धव ठाकरे ने भाजपा और शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे को चुनौती दी कि वे शिवसेना के कार्यकर्ताओं और पार्टी को वोट देने वाले लोगों को अपने पाले में करके दिखाएं। उन्होंने कहा कि पार्टी के आम कार्यकर्ता उनकी पूंजी हैं और जब तक वे उनके साथ खड़े हैं, तब तक वे किसी अन्य द्वारा की जाने वाली आलोचना की परवाह नहीं करते। इसी बीच उन्होंने कहा कि शिवसेना को अपने ही लोगों ने धोखा दिया है।
उन्होंने एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर शिवसेना का एक कार्यकर्ता मुख्यमंत्री बनने जा रहा है तो आपको उनके (भाजपा) साथ जाना चाहिए। लेकिन अगर आप उपमुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं तो आपको मुझे बताना चाहिए था, मैं आपको उपमुख्यमंत्री बना देता।
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एकनाथ शिंदे ने बुलाई बैठक
गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू होटल में बागी विधायकों ने अपना डेरा जमाया हुआ है। जिसमें निर्दलीय विधायक भी शामिल है लेकिन महाराष्ट्र की सियासत तेजी से करवट बदल रही है। ऐसे में एकनाथ शिंदे ने होटल में विधायकों की बैठक बुलाई है। जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा होगी।
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