Kirodi Lal Meena ने पहले मंत्री पद से इस्तीफा दिया, अब विधानसभा भी नहीं जा रहे, चक्कर क्या है?
हम आपको बता दें कि कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने राज्य में लोकसभा चुनावों में भाजपा के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद हाल ही में मंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी। हालांकि उनके इस्तीफे को आधिकारिक रूप से अभी स्वीकार नहीं किया गया है।
राजस्थान सरकार से इस्तीफा दे चुके सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक किरोड़ी लाल मीणा ने अब विधानसभा जाना भी बंद कर दिया है। किरोडी लाल मीणा विधानसभा के मौजूदा बजट सत्र में सदन में नहीं आएंगे। सदन ने आज उन्हें सदन की बैठकों से अनुपस्थित रहने की अनुमति दे दी। हम आपको बता दें कि शून्यकाल की शुरुआत में विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सदन को सूचित किया कि विधायक किरोड़ी लाल मीणा ने विधानसभा के द्वितीय सत्र में अपरिहार्य कारणों से सदन की बैठकों से अनुपस्थित रहने की अनुमति मांगी है। उन्होंने ध्वनिमत से मंजूरी मिलने के बाद विधायक को यह अनुमति देने की घोषणा की।
हम आपको बता दें कि कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने राज्य में लोकसभा चुनावों में भाजपा के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद हाल ही में मंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी। हालांकि उनके इस्तीफे को आधिकारिक रूप से अभी स्वीकार नहीं किया गया है। मीणा विधानसभा के तीन जुलाई को शुरू हुए बजट सत्र में भाग लेने नहीं आ रहे हैं। इससे ठीक पहले वे भजनलाल सरकार की कैबिनेट बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे। इस तरह की भी चर्चाएं हैं कि किरोडी लाल मीणा जल्द ही विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे सकते हैं। किरोडी लाल मीणा स्थानीय राजनीति पर तो आजकल कोई बयान नहीं दे रहे हैं लेकिन उन्होंने भजन लाल सरकार के बजट की तारीफ करते हुए इसे विकास और तरक्की की दिशा में बड़ा कदम जरूर करार दिया है।
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हम आपको बता दें कि पिछले दिनों दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात करने के बाद से किरोडी लाल मीणा चुप्पी साधे हुए हैं। उन्हें अगले सप्ताह फिर दिल्ली बुलाया गया है। माना जा रहा है कि उन्हें राजस्थान से दिल्ली की राजनीति में वापस बुलाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि नड्डा ने इस बारे में मीणा को पिछली मुलाकात के दौरान संभवतः बता भी दिया था और उन्हें इस प्रस्ताव पर विचार करने के लिए कुछ समय दिया था। किरोडी लाल मीणा के करीबी सूत्रों का कहना है कि वह अपने इस्तीफे को वापस नहीं लेंगे और अब दिल्ली की राजनीति में वापस जाने का उनका मन बन चुका है।
हम आपको बता दें कि राजस्थान की भजन लाल सरकार से अपने इस्तीफे को लेकर किरोडी लाल मीणा ने बार-बार यही कहा है कि उनकी संगठन या मुख्यमंत्री से कोई नाराजगी नहीं है और उन्होंने अपनी उस सार्वजनिक घोषणा के कारण इस्तीफा दिया है कि अगर पार्टी उनके अधीन वाली लोकसभा सीटें हारती है तो वे इस्तीफा दे देंगे। दरअसल किरोडी लाल मीणा ने दौसा, भरतपुर, करौली-धौलपुर, अलवर, टोंक-सवाई माधोपुर और कोटा-बूंदी समेत पूर्वी राजस्थान की सीट पर प्रचार किया था। भाजपा इनमें से भरतपुर, दौसा, टोंक-सवाईमाधोपुर और धौलपुर-करौली सीट कांग्रेस से हार गई थी।
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