Political Parties: झारखंड में RJD के लिए क्यों मुसीबत बनी JMM, जानिए क्या है यहां का सियासी समीकरण
झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो गया है। झारखंड में दो चरणों में यानी की 13 और 20 नवंबर को मतदान होंगे। वहीं माना जा रहा है कि झारखंड में RJD के लिए JMM के लिए मुसीबत बन गई है।
झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो गया है। झारखंड में दो चरणों में यानी की 13 और 20 नवंबर को मतदान होंगे। वहीं चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को जारी किए जाएंगे। चुनाव तारीखों का ऐलान होने के बाद ही झारखंड में गठबंधन पार्टियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर चर्चा का दौर तेज हो गया है। वहीं सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी पार्टियों की रणनीति को मजबूत करने में लगे हुए हैं। लेकिन माना जा रहा है कि राज्य में RJD के लिए JMM मुसीबत बन गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, झारखंड में भी 77 सीटों पर कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा यानी JMM के बीच सीट बंटवारे को लेकर सहमति हो गई है। लेकिन अभी भी राज्य में 4 ऐसी सीटें हैं, जहां पर कांग्रेस और जेएमएम के बीच बातचीत का दौर जारी है। सूत्रों की जानकारी के मुताबिक JMM, RJD को राज्य में कोई भी सीट नहीं देना चाहती है। क्योंकि JMM का मानना है कि आरजेडी ने बिहार चुनाव के दौरान उसे कोई सीट नहीं दी थी। जिस कारण अब वह आरजेडी को भी कोई सीट देने में इच्छुक नहीं है।
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बताया जा रहा है कि झारखंड में NDA के घटक दलों में शामिल सीटों के तालमेल पर लगभग सहमति बन चुकी है। भारतीय जनता पार्टी 68 सीटों पर आजसू 10, जनता दल 2 सीटों पर और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) 1 सीट पर चुनाव लड़ेगी। झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा 'देखो और प्रतीक्षा करो' की रणनीति अपना रही है। क्योंकि राज्य में जेएमएम और अन्य प्रतिद्वंद्वी दलों ने अभी तक अपनी योजना का खुलासा नहीं किया है।
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