Prabhasakshi NewsRoom: BJP ने MLA T. Raja Singh का निलंबन समाप्त किया, क्या Nupur Sharma को भी वापस पद पर बहाल किया जायेगा?
एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने तेलंगाना के विधायक टी राजा सिंह का निलंबन रद्द किए जाने की निंदा करते हुए आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा में नफरत फैलाने वाला भाषण तुरंत पदोन्नति पाने का सबसे आसान तरीका है।
भाजपा ने तेलंगाना से अपने विधायक टी. राजा सिंह का निलंबन समाप्त करते हुए उन्हें एक बार फिर विधानसभा चुनाव में उतारा है जिसको लेकर राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है। जहां विपक्षी पार्टियां भाजपा के इस कदम की आलोचना कर रही हैं वहीं सोशल मीडिया पर लोग ट्रेंड चला कर नुपूर शर्मा का भाजपा से निलंबन समाप्त करने की मांग भी कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर टिप्पणियों के जरिये भाजपा नेतृत्व पर दबाव बढ़ाया जा रहा है कि वह नुपूर शर्मा का निलंबन समाप्त कर उन्हें मुख्यधारा की राजनीति में लाये। हम आपको बता दें कि नुपूर शर्मा को जब भाजपा से निलंबित किया गया था उस समय वह पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद पर थीं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि संभव है कि लोकसभा चुनावों से पहले उनका निलंबन समाप्त कर उन्हें दिल्ली-एनसीआर की किसी संसदीय सीट से चुनाव लड़ाया जाये।
इस बीच, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने तेलंगाना के विधायक टी राजा सिंह का निलंबन रद्द किए जाने की निंदा करते हुए आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा में नफरत फैलाने वाला भाषण तुरंत पदोन्नति पाने का सबसे आसान तरीका है। हम आपको याद दिला दें कि भाजपा ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के कारण पिछले साल विधायक टी. राजा सिंह पर कार्रवाई की थी। लेकिन अब भाजपा की तेलंगाना इकाई के प्रमुख जी किशन रेड्डी ने एक बयान में कहा है कि भाजपा नेतृत्व ने तेलंगाना की निवर्तमान विधानसभा में हैदराबाद के गोशामहल से विधायक राजा सिंह के निलंबन को पार्टी द्वारा पहले जारी कारण बताओ नोटिस के जवाब में उनकी तरफ से दिए गए स्पष्टीकरण पर विचार करने के बाद रद्द कर दिया है।
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हम आपको याद दिला दें कि टी राजा सिंह को पिछले साल अगस्त में ‘‘इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद’’ के खिलाफ उनकी कथित विवादास्पद टिप्पणियों का वीडियो सामने आने के बाद पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। इस वीडियो को बाद में उस सोशल मीडिया मंच ने हटा दिया था, जिस पर इसे अपलोड किया गया था। टी राजा सिंह को निवारक निरोध (पीडी) अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, नवंबर 2022 में तेलंगाना उच्च न्यायालय ने पीडी अधिनियम के तहत उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों को रद्द कर दिया था। बाद में उन्हें जमानत दे दी गई थी। इस बीच, टी राजा सिंह ने एक वीडियो संदेश में अपना निलंबन वापस लेने के लिए प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, पार्टी महासचिव बीएल संतोष, केंद्रीय मंत्री एवं प्रदेश भाजपा प्रमुख किशन रेड्डी और राज्य के अन्य नेताओं का आभार जताया। उन्होंने 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए गोशामहल सीट से टिकट देने के वास्ते भी पार्टी नेतृत्व को धन्यवाद दिया।
दूसरी ओर, ओवैसी ने टी राजा सिंह का निलंबन रद्द किए जाने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘नरेन्द्र मोदी ने अपने प्रिय ‘‘फ्रिंज एलिमेंट’’ को पुरस्कृत किया है। मुझे पूरा यकीन है कि नुपुर शर्मा को भी प्रधानमंत्री से आशीर्वाद मिलेगा। मोदी की भाजपा में नफरत फैलाने वाले भाषण पदोन्नति पाने का सबसे आसान तरीका हैं।’’
हम आपको यह भी बता दें कि ओवैसी इस समय राजस्थान विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के प्रचार में जोरशोर से जुटे हैं। रविवार को असदुद्दीन ओवैसी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए लोगों से नफरत से आजादी, समानता, भेदभाव खत्म करने और भाईचारे को मजबूत करने के लिए उनकी पार्टी को वोट देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि 2014 में नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद नफरत बढ़ी है और अगर लोगों को नफरत और सांप्रदायिकता खत्म करनी है तो अपनी राजनीतिक ताकत समझनी होगी। ओवैसी ने कहा कि लोगों के पास वोट देने के लिए सिर्फ भाजपा और कांग्रेस थी, लेकिन अब उनके पास एआईएमआईएम का विकल्प है। हम आपको बता दें कि ओवैसी की पार्टी राजस्थान में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रही है। एआईएमआईएम ने जयपुर के हवामहल, सीकर के फतेहपुर और भरतपुर जिले के कामां में अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं।
ओवैसी ने रविवार को यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "अगर आप नफरत से आजादी पाना चाहते हैं, हिस्सेदारी और समानता पाना चाहते हैं, भेदभाव खत्म करना चाहते हैं और भाईचारा मजबूत करना चाहते हैं तो एआईएमआईएम को वोट दें।" उन्होंने कहा '2014 में नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद नफरत बढ़ी है और अगर लोगों को नफरत और सांप्रदायिकता खत्म करनी है तो उन्हें अपनी राजनीतिक ताकत समझनी होगी।' औवेसी ने कहा कि वह जहां भी चुनाव लड़ते हैं राजनीतिक पार्टियां वोट बांटने का आरोप उन पर लगाती हैं। उन्होंने कहा, "मैं पहली बार राजस्थान में चुनाव लड़ रहा हूं। 2019 में भाजपा के 25 सांसद कैसे जीत गए? कांग्रेस के लोग इसका जवाब नहीं दे पाएंगे। कल कांग्रेस के जिम्मेदार लोग कहेंगे कि ओवैसी आए और उन्होंने उत्तेजक भाषण दे दिया।" लोकसभा सदस्य ओवैसी ने लोगों से अपील की कि वे किसी भी तरह के डर में आकर मतदान न करें।
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