RJD के इफ्तार में शामिल हुए चिराग पासवान तो शुरू हुआ अलकलों का दौर, तेजस्वी ने दिया यह जवाब

tejashwi yadav
ANI
अंकित सिंह । Apr 10 2023 7:08PM

राजनीतिक अटकलों के लेकर तेजस्वी ने कहा कि वह हर साल इफ्तार पार्टी में आए हैं। उनके पिताजी भी आए हैं। उन्होंने कहा कि हम लोगों का उनसे पारिवारिक संबंध रहा है। हमने हर राजनीतिक पार्टी चाहे फिर सत्ता पक्ष हो, विपक्ष हो सबको न्योता भेजा है।

लोजपा (आरवी) के अध्यक्ष चिराग पासवान रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर राजद द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल हुए। चिराग इफ्तार पार्टी में शामिल होने वाले बिहार के विपक्षी खेमे के पहले नेता हैं क्योंकि बीजेपी हाल ही में बिहारशरीफ और सासाराम में सांप्रदायिक गड़बड़ी का हवाला देकर ऐसी किसी भी दावत का विरोध किया था। इस दौरान प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि चिराग ने राबड़ी देवी और सीएम नीतीश कुमार से पैर छूकर आशीर्वाद लिया। डिप्टी सीएम और राबड़ी के बेटे तेजस्वी प्रसाद यादव का उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इसी के बाद बिहार की राजनीति में चर्चा शुरू हो गई है। 

इसे भी पढ़ें: Bihar Politics में बड़े बदलाव के संकेत, Nitish Kumar और Chirag Paswan को साथ लाने में क्या सफल हो पाएंगे तेजस्वी यादव?

हालांकि, इसको लेकर तेजस्वी का बयान सामने आया है। राजनीतिक अटकलों के लेकर तेजस्वी ने कहा कि वह हर साल इफ्तार पार्टी में आए हैं। उनके पिताजी भी आए हैं। उन्होंने कहा कि हम लोगों का उनसे पारिवारिक संबंध रहा है। हमने हर राजनीतिक पार्टी चाहे फिर सत्ता पक्ष हो, विपक्ष हो सबको न्योता भेजा है। कोई आता है, कोई नहीं आता। मजे की बात यह है कि चिराग हाल ही में नीतीश द्वारा दिए गए निमंत्रण के बावजूद उनके द्वारा आयोजित इफ्तार से दूर रहे। चिराग ने मीडिया से कहा कि पिछले साल भी, मैं राजद द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल हुआ था। चिराग ने विपक्षी एकता के लिए अपने अभियान और राज्य में मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर नीतीश पर हमला किया।

इसे भी पढ़ें: Sania Mirza ने शेयर किया इफ्तार करते हुए वीडियो, नदारद दिखे पति शोएब मलिक, फिर तलाक को लेकर शुरू हुई चर्चा

चिराग ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि वह (नीतीश) सफल होंगे। जब पीएम बनने की महत्वाकांक्षा रखने वाले इतने सारे नेता हैं, तो यह असंभव है कि वे उन्हें अपने नेता के रूप में स्वीकार करेंगे। उन्होंने पूछा कि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आप और सपा जैसी पार्टियों के पास नीतीश से ज्यादा विधायक हैं। ऐसे में वे महज 40+ विधायकों वाले व्यक्ति को अपना नेता क्यों स्वीकार करेंगे? और यह भी कहा कि नीतीश राज्य में अपराध और भ्रष्टाचार को रोकने में विफल रहे।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़