Trump सरकार के साथ भी हम मजबूती से करेंगे काम, भारत ने किया साफ, आने वाले दिनों में रिश्ते होंगे और मजबूत
ट्रंप के नए शासन को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा कि उनके साथ हमलोग मिलकर काम करना चाहेंगे। इन रिश्तों को और भी मजबूत करना चाहेंगे। आपने देखा होगा कि पिछले दो दशक में ये रिश्ते नई ऊंचाई पर गए हैं। लगातार हर दिन, हर महीने हर साल नई ऊंचाईयों पर जा रहा है। चाहे वो आर्थिक, टेक्नोलॉजी का मामला हो या लोगों के बीच के रिश्ते का मामला हो। इसके अलावा अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलेवान भारत की यात्रा पर आने वाले हैं। उनकी मुलाकात भारत के एनएसए अजित डोभाल से होगी। अमेरिका और भारत का रिश्ता इतना बड़ा है कि इसमें लगातार दोनों देशों के बीच चीजें चलती रहती हैं।
अमेरिका के साथ हमारे बहुत गहन और घनिष्ठ संबंध हैं। आने वाली ट्रंप सरकार के साथ भी हम लोग मज़बूती से काम करना चाहेंगे... आने वाले दिनों में हम इस रिश्ते को और मज़बूत करना चाहेंगे। हमारे विदेश मंत्री अमेरिका की यात्रा करके आए हैं। विदेश मंत्री ने वहां पर एनएसए और सीक्रेटरी ऑफ स्टेट से मुलाकात की है। इसके साथ ही इनकमिंग एनएसए माइक वाल्ट उनसे उनकी मुलाकात हुई। साथ ही साथ ट्रांजेशन टीम के कई सदस्यों के साथ भी उनकी मुलाकात हुई। विदेश मंत्री का दौरा हमारे रिश्तों को मजबूत करने और लगातार दोनों देशों के बीच में वार्तालाप चलते रहे और मसले आगे बढ़ते रहे, रिश्ते मजबूत होते रहे इसको लेकर ये दौरा हुआ।
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ट्रंप के नए शासन को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा कि उनके साथ हमलोग मिलकर काम करना चाहेंगे। इन रिश्तों को और भी मजबूत करना चाहेंगे। आपने देखा होगा कि पिछले दो दशक में ये रिश्ते नई ऊंचाई पर गए हैं। लगातार हर दिन, हर महीने हर साल नई ऊंचाईयों पर जा रहा है। चाहे वो आर्थिक, टेक्नोलॉजी का मामला हो या लोगों के बीच के रिश्ते का मामला हो। इसके अलावा अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलेवान भारत की यात्रा पर आने वाले हैं। उनकी मुलाकात भारत के एनएसए अजित डोभाल से होगी। अमेरिका और भारत का रिश्ता इतना बड़ा है कि इसमें लगातार दोनों देशों के बीच चीजें चलती रहती हैं।
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गौरतलब है कि नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच संबंध हाल-फिलहाल में नरम-गरम और फिर गर्मजोशी के ही रहे हैं। बीच में अमेरिकी चुनाव के दौरान जरुर बाइडेन प्रशासन की तरफ से भारत की रस्सी को खींचा गया था, लेकिन उसी दौरान रक्षा और वैज्ञानिक करार भी होते रहे।
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