अरुण जेटली की पहली पुण्यतिथि पर बोले वेंकैया नायडू, मन के इस खालीपन में अब उनकी स्मृतियां ही रहती हैं
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि अरुण जी की भाषण कला के हम सभी कायल रहे। उन्हें कानून का गहरा ज्ञान था, संसदीय मर्यादाओं के प्रति आस्था थी जो उन्हें उत्कृष्ट सांसद बनाती थी।
नयी दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भाजपा नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की पहली पुण्यतिथि पर सोमवार को उन्हें श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए देश में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू करने में उनके योगदान को याद किया। नायडू ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, ‘‘आज मेरे प्रिय मित्र अरुण जेटली जी की पहली पुण्यतिथि है। आज भी स्वीकार कर पाना मुश्किल है! मन के इस खालीपन में अब अरुण जी की स्मृतियां ही वास करती हैं। स्मृति शेष। पुण्य स्मृति को मेरा सादर प्रणाम।’’ जेटली को ‘‘बहुआयामी व्यक्तित्व’’ बताते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि दिवंगत नेता ने विद्यार्थी जीवन से ही विभिन्न भूमिकाओं में राष्ट्र की सेवा की।
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उन्होंने कहा, ‘‘अरुण जी की भाषण कला के हम सभी कायल रहे। उन्हें कानून का गहरा ज्ञान था, संसदीय मर्यादाओं के प्रति आस्था थी जो उन्हें उत्कृष्ट सांसद बनाती थी। उन्होंने सफलतापूर्वक जीएसटी लागू कर देश के सामने सहयोगात्मक संघवाद का अप्रतिम उदाहरण प्रस्तुत किया।’’ जेटली का लंबी बीमारी के बाद 24 अगस्त 2019 को यहां निधन हो गया था। जेटली भाजपा के प्रमुख रणनीतिकारों में शुमार थे। उन्होंने वित्त मंत्रालय के साथ कई मौकों पर रक्षा मंत्रालय का कामकाज भी संभाला था।
आज मेरे प्रिय मित्र अरुण जेटली जी की पहली पुण्य तिथि है। आज भी स्वीकार कर पाना मुश्किल है! मन के इस खालीपन में अब अरुण जी की स्मृतियां ही वास करती हैं।स्मृति शेष।
— Vice President of India (@VPSecretariat) August 24, 2020
पुण्य स्मृति को मेरा सादर प्रणाम। pic.twitter.com/6yEixaQSOR
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