आखिर क्यों बदली गई पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की सीट ? क्या कांग्रेस नेताओं का सहना पड़ रहा था विरोध ?
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष रंजीत रावत ने रामनगर से हरीश रावत की उम्मीदवारी का विरोध किया था। इसके बाद उन्होंने दूसरी सीट से लड़ने का फैसला किया। फिलहाल रामनगर से महेंद्र पाल सिंह चुनाव लड़ेंगे और लाल कुंआ से हरीश रावत चुनावी मैदान में हैं।
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी कमर कस ली है। कांग्रेस समेत तमाम दलों ने उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर दी है। ऐसे में कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की सीट को परिवर्तित किया है। पार्टी ने पहले उन्हें रामनगर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा था लेकिन विरोध के चलते उनकी सीट बदल दी गई। आपको बता दें कि हरीश रावत नैनीताल जिले की लाल कुआं विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
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ऑडियो हुआ था वायरल
कुछ वक्त पहले एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें हरीश रावत और पार्टी के एक स्थानीय नेता के बीच की बातचीत हो रही थी। इस वायरल ऑडियो में कथित रूप से कांग्रेस का एक स्थानीय नेता रामनगर सीट पर हरीश रावत के धुर विरोधी रंजीत रावत की दावेदारी को उनसे मजबूत बता रहा था। वायरल आडियो में हरीश रावत कथित तौर पर स्वयं रामनगर से चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं जिसके जवाब में नेता ह रहा है कि वह हर तरीके से रणजीत सिंह रावत के साथ है और उसके लिए कांग्रेस का मतलब वे ही हैं।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष रंजीत रावत ने रामनगर से हरीश रावत की उम्मीदवारी का विरोध किया था। इसके बाद उन्होंने दूसरी सीट से लड़ने का फैसला किया। फिलहाल रामनगर से महेंद्र पाल सिंह चुनाव लड़ेंगे और लाल कुंआ से हरीश रावत चुनावी मैदान में हैं। जबकि रंजीत रावत को सल्ट से उतारा गया है।
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समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उम्मीदवारी बदले जाने के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि पार्टी कमान को सर्वोच्च मानना हमारा कर्तव्य है। मैंने अपना कर्तव्य निभाया है। दरअसल, कांग्रेस ने अपने नेताओं की नाराजगी को दूर करने के लिए उम्मीदवारों की सीटों में बदलाव किया है। उत्तराखंड की सभी 70 सीटों के लिए 14 फ़रवरी को मतदान होगा और 10 मार्च को चुनाव परिणाम सामने आएंगे।
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