'हिंदी थोपने' को लेकर हंगामा तेज! एमके स्टालिन ने विधानसभा में पेश किया प्रस्ताव, बीजेपी विधायकों ने किया वॉकआउट
तमिलनाडु सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता की मौत और राज्य के थूथुकुडी में 2018 की पुलिस गोलीबारी के आसपास की परिस्थितियों को देखने वाले अलग-अलग जांच आयोगों की रिपोर्ट पेश की।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने राज्य विधानसभा में हिंदी थोपने के खिलाफ एक प्रस्ताव पेश किया। सीएम स्टालिन ने इस दौरान कहा कि यह सदन सरकार से आग्रह करता है कि वह अपने अध्यक्ष द्वारा राष्ट्रपति को सौंपी गई राजभाषा पर संसदीय समिति की रिपोर्ट में की गई सिफारिशों को लागू न करे, जो तमिल सहित राज्य की भाषाओं के खिलाफ हैं और उन भाषाओं को बोलने वाले लोगों के हित के खिलाफ भी हैं। तमिलनाडु विधानसभा में हिंदी थोपने के खिलाफ प्रस्ताव पारित होने के बाद राज्य के भाजपा विधायकों ने विधानसभा से वॉकआउट कर लिया।
इसे भी पढ़ें: पलानीस्वामी को तमिलनाडु विधानसभा से निकाले जाने के बाद हंगामा, कहा- DMK ले रही है बदला
तमिलनाडु सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता की मौत और राज्य के थूथुकुडी में 2018 की पुलिस गोलीबारी के आसपास की परिस्थितियों को देखने वाले अलग-अलग जांच आयोगों की रिपोर्ट पेश की। 2016 में जयललिता की मौत की परिस्थितियों की जांच करने वाले जस्टिस ए अरुमुघस्वामी आयोग ने अपनी समापन टिप्पणी में कहा कि दिवंगत मुख्यमंत्री की विश्वासपात्र वी के शशिकला को "गलती ढूंढनी होगी और जांच का आदेश दिया जाना है।" पैनल ने शशिकला के साथ अन्य का भी नाम लिया है।
अन्य न्यूज़