Amit Shah की Kolkata Rally में जुटी ऐतिहासिक भीड़, क्या 2019 की तरह 2024 में भी बंगाल में खूब खिलेगा कमल?
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश से आतंकवाद को समाप्त किया, अनुच्छेद 370 को समाप्त किया, वामपंथी उग्रवाद को समाप्त किया, तिरंगे को चंद्रयान-3 के माध्यम से चांद पर पहुँचाया, नया संसद भवन बनाया और देश की अर्थव्यवस्था को 11वें से 5वें नंबर पर पहुँचाया।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार समाप्त होने के ठीक बाद भाजपा लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुट गयी है। लोकसभा चुनावों के लिए प्रचार की शुरुआत पश्चिम बंगाल से करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तृणमूल कांग्रेस और उसकी प्रमुख ममता बनर्जी पर जोरदार हमले किये हैं। कोलकाता में ऐतिहासिक भीड़ को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने यह भी विश्वास जताया कि 2026 में होने वाले बंगाल विधानसभा चुनावों के बाद राज्य में भाजपा की सरकार बनेगी। अमित शाह ने कहा कि लेकिन उससे पहले 2024 का चुनाव आ रहा है। उन्होंने कहा कि मैं आपसे करबद्ध विनती करने आया हूं कि 2024 में इतनी सीटें दीजिए कि मोदी जी को शपथ विधि के बाद कहना पड़े कि मैं बंगाल के कारण प्रधानमंत्री बना हूं।
अमित शाह ने मोदी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने देश से आतंकवाद को समाप्त किया, अनुच्छेद 370 को समाप्त किया, वामपंथी उग्रवाद को समाप्त किया, तिरंगे को चंद्रयान-3 के माध्यम से चांद पर पहुँचाया, नया संसद भवन बनाया और देश की अर्थव्यवस्था को 11वें से 5वें नंबर पर पहुँचाया। अमित शाह ने साथ ही ममता सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस बंगाल में कभी सुबह-सुबह रवीन्द्र संगीत सुनाई पड़ता था, आज वही बंगाल बम धमाकों से गूंज रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे देश से गरीबी खत्म हो रही है, लेकिन बंगाल में गरीबी कम होने का नाम नहीं ले रही है। भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है।
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अमित शाह ने कहा कि 27 साल बंगाल में कम्युनिस्टों का शासन रहा, उसके बाद तीसरी बार लगातार ममता बनर्जी की सरकार बनी। दोनों ने मिलकर बंगाल को बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि पूरे देश में चुनावी हिंसा सबसे ज्यादा बंगाल में होती है। ममता बनर्जी बंगाल में घुसपैठ को रोक नहीं पाई हैं। अमित शाह ने आरोप लगाया कि प्रदेश में खुलेआम घुसपैठियों को वोटर कार्ड और आधार कार्ड बंट रहे हैं और ममता बनर्जी चुप बैठी हैं। उन्होंने कहा कि सोनार बांगला और मां माटी मानुष के नारे के साथ कम्युनिस्टों को हटाकर ममता दीदी सत्ता में आईं। लेकिन बंगाल में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। आज भी बंगाल में घुसपैठ, तुष्टिकरण, राजनीतिक हिंसा, भ्रष्टाचार हो रहा है। उन्होंने कहा कि मैं आज आह्वान करने आया हूं, अगर 2026 में यहां भाजपा सरकार बनानी है, तो इसकी नींव 2024 के लोकसभा चुनाव में डाल कर मोदी जी को देश का प्रधानमंत्री बनाइए।
हम आपको यह भी बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विशाल रैली को संबोधित कर 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल में भाजपा के चुनावी अभियान की दिशा तय कर दी है। भाजपा ने 2019 के संसदीय चुनावों में पश्चिम बंगाल में 42 निर्वाचन क्षेत्रों में से 18 सीटों पर जीत हासिल की थी और 2024 के लिए भाजपा ने 42 में से 35 सीटों पर जीत का लक्ष्य रखा है। हालांकि सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस ने अमित शाह की रैली को तवज्जो नहीं देते हुए कहा है कि इससे भाजपा को ‘‘सकारात्मक परिणाम नहीं मिलेंगे’’। तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने कहा, ‘‘भाजपा ने 2021 के विधानसभा चुनावों के दौरान एक विशाल चुनाव अभियान चलाया, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला। इस बार भी इसका कोई असर नहीं होगा।’’
हम आपको यह भी बता दें कि राज्य प्रशासन ने शुरू में उस स्थान पर भाजपा की रैली का विरोध किया था, जहां सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस हर साल 21 जुलाई को अपनी 'शहीद' रैली आयोजित करती है। हालांकि, बाद में कोलकाता उच्च न्यायालय की एकल पीठ और खंडपीठ दोनों ने भाजपा के आयोजन के लिए अनुमति दे दी थी।
बहरहाल, भीड़ की दृष्टि से देखें तो अमित शाह की कोलकाता रैली बेहद सफल रही। देखा जाये तो इस भीड़ के जरिये भाजपा ने अपना शक्ति प्रदर्शन भी कर दिया है। साथ ही इस रैली को सफल बनाने के लिए पार्टी जिस एकजुटता के साथ लगी हुई थी उससे उन अटकलों पर भी विराम लगा है जिसके तहत बंगाल भाजपा में कई धड़ों के सक्रिय होने और अलग-अलग राह पर चलने की खबरें आती थीं।
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