MVA से अलग नहीं होगी उद्धव सेना, संजय राउत बोले- हमने कभी दिल्ली कभी भीख नहीं मांगी

Sanjay Raut
ANI
अंकित सिंह । Nov 28 2024 1:10PM

23 नवंबर को महायुति ने राज्य चुनाव में 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटें जीतकर परचम लहराया। भाजपा 132 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जो अब तक की उसकी सबसे बड़ी संख्या है, जबकि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजीत पवार की राकांपा को क्रमशः 57 और 41 सीटें मिलीं।

शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने गुरुवार को पुष्टि की कि महाराष्ट्र में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति की शानदार जीत के बाद विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में कोई दरार नहीं है। उन्होंने अफवाहों को निराधार बताया और पुष्टि की कि उद्धव सेना एमवीए नहीं छोड़ रही है। 23 नवंबर को महायुति ने राज्य चुनाव में 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटें जीतकर परचम लहराया। भाजपा 132 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जो अब तक की उसकी सबसे बड़ी संख्या है, जबकि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजीत पवार की राकांपा को क्रमशः 57 और 41 सीटें मिलीं।

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आज एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, राउत ने कहा कि इंडिया ब्लॉक के नेतृत्व वाला गठबंधन 2024 के लोकसभा चुनावों में एक साथ लड़ने में सफल रहा। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद अगर कोई यह (अफवाह) कहता है, तो यह उनकी निजी राय हो सकती है। जब हम आम चुनाव जीते थे, तो किसी ने नहीं कहा कि उद्धव सेना को गठबंधन से अलग हो जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आप लोग चिंतित क्यों हैं? अभी लोकसभा और विधानसभा चुनाव के नतीजे आए हैं... हम देखेंगे, हमें पता है कि क्या करना है।'

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इसके साथ ही राउत ने महायुति पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उनके (महायुति) पास पूर्ण बहुमत है। 7 दिन बाद भी महायुति महाराष्ट्र को सीएम नहीं दे पाई है। कारण क्या है? पीएम, अमित शाह और उनके नेता अपना सीएम क्यों नहीं तय कर सकते? वह (एकनाथ शिंदे) बालासाहेब ठाकरे का नाम लेते हैं और शिवसेना के नाम पर राजनीति करते हैं लेकिन उनके फैसले दिल्ली में होते हैं। उन्होंने कहा कि बाला साहेब ठाकरे की शिव सेना का भविष्य कभी दिल्ली में तय नहीं हुआ, ये मुंबई में तय हुआ। हम कभी दिल्ली नहीं गए, वहां अटल जी और आडवाणी जी होते थे। हमने कभी दिल्ली जाकर उनके सामने भीख नहीं मांगी। 

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