पहाड़ी समुदाय को एसटी दर्जा देने पर PDP, NC के दो नेता भाजपा में शामिल होने को तैयार
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और नेशनल कांफ्रेस (नेकां) के दो प्रमुख नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की इच्छा जताई है। हालांकि, इसके लिए उन्होंने पहाड़ी समुदाय को केंद्र सरकार द्वारा अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की शर्त रखी है।
जम्मू। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और नेशनल कांफ्रेस (नेकां) के दो प्रमुख नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की इच्छा जताई है। हालांकि, इसके लिए उन्होंने पहाड़ी समुदाय को केंद्र सरकार द्वारा अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की शर्त रखी है। सूत्रों ने बताया कि पीडीपी के राजौरी जिलाध्यक्ष तंजीम डार और नेकां के शफकत मीर ने सोमवार की रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और उन्हें यह आश्वासन दिया। जम्मू एवं कश्मीर की तीन दिनों की यात्रा पर यहां पहुंचे शाह से पहाड़ी समुदाय के एक प्रतिनिधमंडल ने सोमवार को मुलाकात की थी।
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डार और मीर भी इस प्रतिनिधमंडल में शामिल थे। शाह से मुलाकात करने वालों में गूर्जर और बकरवाल, सिख, डोगरा समाज, युवा राजपूत सभा और अमर क्षत्रिय राजपूत सभा के प्रतिनिधमंडल भी शामिल थे। ज्ञात हो कि पहाड़ी समुदाय अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग कर रहा है और उसे स्थानीय भाजपा नेताओं का समर्थन भी हासिल है। गूर्जर और बकरवाल समुदाय, पहाड़ी समुदाय को इस प्रकार का दर्जा दिए जाने के किसी भी कदम का विरोध कर रहा है।
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उसका तर्क है कि संविधान के तहत अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने के लिए आवश्यक अहर्ताओं पर पहाड़ी समुदाय फिट नहीं बैठता। गूर्जर और बकरवाल समुदाय के प्रतिनिधमंडलों ने शाह से गुजारिश की कि किसी अन्य समुदाय को अनुसूचित जाति का दर्जा देकर गुर्जर, बकरवाल, गद्दी और सिप्पी समुदायों के हितों की अनदेखी ना हो।
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