किन्नौर में आईटीबीपी का सर्च ऑपरेशन बंद, मरने वालों की तादाद 28 हुई
हिमाचल प्रदेश के जिला किन्नौर के नयूगलसेरी में पहाड़ खिसकने के बाद चल रहा राहत एवं बचाव कार्य मलबे में दबे सभी शवों के मिलने के साथ ही खत्म हो गया है। अंतिम दिन तीन शव मिले है। जिससे मरने वालों की तादाद 28 हो गई है। लिहाजा हादसे में 28 लोगों की मौत हुई जबकि 13 लोगों को जिंदा बचाये गये।
इसे भी पढ़ें: हिमाचल के लिए नई विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार नीति मंजूरः मुख्यमंत्री
घटनास्थल से भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जवान हट गये है। जबकि सड़क मार्ग पर अब हिमाचल पुलिस के साथ होमगार्ड के जवान तैनात रहेंगे। राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मोख्टा ने बताया कि भावनगर डीएसपी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार निचार तहसील में राष्ट्रीय राजमार्ग पांच पर चौरा गांव में तीन शव मिले हैं. उन्होंने यह भी बताया कि 11 अगस्त की घटना के बाद लापता हो गये सभी व्यक्तियों के शव मिल गये हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग पांच वाहन यातायात के लिए खोल दिया गया है। और यातायात के प्रबंधन के लिए एक पुलिस दल तैनात किया गया है।
हालांकि निचार के एसडीएम ने लोगों की सुरक्षा के लिहाज से घटना स्थल पर रात नौ बजे से सुबह नौ बजे तक सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है।
न्यूगलसेरी के चौरा गांव के पास 11 अगस्त को भूस्खलन हुआ था। हिमाचल सड़क परिवहन निगम (एचआरटीसी) की एक बस, एक एसयूवी और अन्य वाहन मलबे की चपेट में आ गए थे।
इसे भी पढ़ें: शांता कुमार ने कहा, सांसदों विधायकों को वेतन और सुविधाएं नहीं दी जानी चाहिए
सर्च आप्रेशन के दौरान राज्य परिवहन निगम की बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हालत में मिली थी। पहाड़ से नीचे पत्थर गिरने से नदी किनारे लुढ़क गया एक ट्रक भी मिला है और चालक का शव बरामद किया गया है । दो और कारें बहुत बुरी स्थिति में मिलीं लेकिन उनके अंदर कोई नहीं था। घटना वाले दिन, 10 शव बरामद किए गए थे । और 13 लोगों को बचाया गया था। सोमवार तक पंद्रह और शव मिल चुके थे। उसके बाद तीन और शव बरामद किये गये।
अन्य न्यूज़