जमात का ‘खुलासा’ करने पर पत्रकारों को मिल रही हैं धमकियां: एनबीए

Tablighi Jamaat

समाचार प्रसारक इकाई एनबीए ने कहा है कि समाचार चैनलों में काम करने वाले एंकरों और संवाददाताओं को समाज के एक खास तबके से धमकियां और चेतावनी देने की सोच ‘गहरी चिंता’ की बात है।

देश भर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों का संबंध तबलीगी जमात से होने का ‘खुलासा’ करने वाले समाचार चैनलों के पत्रकारों को धमकियां मिलने के मामले में द न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) ने एक खास समुदाय से ताल्लुक रखने वाले लोगों में से एक तबके के लोगों की सोच पर ‘गहरी चिंता’ व्यक्त की है। एनबीए ने अपने अध्यक्ष रजत शर्मा का एक बयान जारी किया है जिसमें कहा गया है कि सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो प्रसारित हो रहे हैं जिसमें कुछ धार्मिक उपदेशक टीवी एंकरों का नाम ले रहे हैं और उन चैनलों के संवाददाताओं पर हमले की चेतावनी दे रहे हैं।

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समाचार प्रसारक इकाई ने कहा कि समाचार चैनलों में काम करने वाले एंकरों और संवाददाताओं को समाज के एक खास तबके से धमकियां और चेतावनी देने की सोच ‘गहरी चिंता’ की बात है। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले और मौत का संबंध तबलीगी जमात से होने की खबर कुछ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चैनलों ने दिखायी थी। बयान में कहा गया, ''व्हाट्सएप, टिकटॉक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों के जरिए खास तौर पर समाचार चैनलों में काम कर रहे संवाददाताओं और एंकरों को निशाना बनाया जा रहा है।’’ एनबीए ने सरकार और कानून प्रवर्तन एजेंसियों से अपील की है कि वह इन ‘असमाजिक तत्वों’ के खिलाफ जरूरी कार्रवाई करें। बयान में कहा गया है कि ये गतिविधियां संविधान में प्रदत्त अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बुनियादी अधिकारों का उल्लंघन है। एनबीए में 27 प्रसारणकर्ता हैं जो 77 चैनलों का प्रतिनिधित्व करता है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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