'आदिवासी इस देश के पहले मालिक हैं', Jharkhand में बोले राहुल- संविधान पर हो रहा हमला, इसकी रक्षा करने की जरूरत
राहुल ने कहा कि जब इस शब्द का प्रयोग किया जाता है तो यह सिर्फ एक शब्द नहीं होता। यह आपका पूरा इतिहास है। मैंने भारत की शिक्षा व्यवस्था में अध्ययन किया है। आदिवासियों के बारे में आपको केवल 10-15 पंक्तियाँ ही मिलेंगी।
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज झारखंड में हैं। राहुल गांधी ने संविधान सम्मान सम्मेलन' को संबोधित किया। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि जब भाजपा के लोग आदिवासियों को वनवासी कहते हैं तो वे क्या करना चाह रहे हैं? वे आपके जीवन जीने के तरीके, इतिहास और विज्ञान को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसका आप हजारों वर्षों से पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आदिवासी का अर्थ है जो पहले मालिक थे, जबकि वनवासी का अर्थ है जो जंगल में रहते हैं।
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राहुल ने कहा कि जब इस शब्द का प्रयोग किया जाता है तो यह सिर्फ एक शब्द नहीं होता। यह आपका पूरा इतिहास है। मैंने भारत की शिक्षा व्यवस्था में अध्ययन किया है। आदिवासियों के बारे में आपको केवल 10-15 पंक्तियाँ ही मिलेंगी। उनका इतिहास क्या है, उनका जीवन जीने का तरीका क्या है... उसके बारे में कुछ नहीं लिखा गया है। उन्होंने कहा कि आपके लिए ओबीसी शब्द का इस्तेमाल किया गया था। क्या यह आपका नाम है?...किसने कहा कि आप पिछड़े हैं?...आपको आपका अधिकार नहीं दिया गया...इस देश को बनाने वाले किसानों, मजदूरों, बढ़ई, नाई, मोची का इतिहास कहां है?
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राहुल ने साफ तौर पर कहा कि आज संविधान के सम्मान के साथ ही उसकी रक्षा भी करनी है। राहुल ने आरोप लगाया कि भाजपा आदिवासियों की विरासत, इतिहास, परंपरा, चिकित्सा पद्धतियों को नष्ट करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने बार-बार जोर दिया कि संविधान पर हर तरफ से हमला हो रहा है, इसकी रक्षा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी शिक्षा प्रणाली हमें मूल निवासियों के बारे में सिखाने में विफल रही; आदिवासियों, किसानों, ओबीसी का इतिहास नष्ट कर दिया गया। उन्होंने कहा कि नौकरशाही में शीर्ष 90 आईएएस अधिकारियों में केवल तीन ओबीसी हैं; वित्त मंत्रालय में कोई दलित, आदिवासी नहीं।
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