भविष्य के युद्धों को एकीकृत तरीके से लड़ने के लिए प्रशिक्षण को बेहतर किया जाना चाहिए: सीडीएस चौहान
मंत्रालय ने कहा कि टीएसटीसीसी का आयोजन तीनों सेनाओं की प्रशिक्षण कमानों द्वारा हर साल किया जाता है, जिसका उद्देश्य प्रशिक्षण में सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करते हुए सहयोग व समन्वय को बढ़ाना है।
प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने बुधवार को कोच्चि स्थित दक्षिणी नौसेना कमान में तीनों सेनाओं के कमांडरों के सम्मेलन की अध्यक्षता की। इसके साथ ही उन्होंने युद्धक्षेत्र में उभरती चुनौतियों से निपटने के मद्देनजर प्रशिक्षण क्षेत्र में तीनों सेनाओं के बीच संयुक्त कौशल और तालमेल के महत्व को रेखांकित किया।
सीडीएस ने कहा कि ‘‘अभूतपूर्व सुरक्षा चुनौतियों’’ का सामना करने और ‘‘थियेटर आधारित बल’’ के रूप में एकीकृत तरीके से भविष्य के युद्धों को लड़ने के लिए प्रशिक्षण को बेहतर किया जाना चाहिए।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 35वें त्रि-सेवा कमांडर सम्मेलन (टीएसटीसीसी) में तीनों सेनाओं के कमांडरों, एकीकृत रक्षा स्टाफ मुख्यालय (आईडीएस) और विभिन्न बलों के अधिकारियों ने भाग लिया। इसकी अध्यक्षता सीडीएस ने की।
मंत्रालय ने कहा कि टीएसटीसीसी का आयोजन तीनों सेनाओं की प्रशिक्षण कमानों द्वारा हर साल किया जाता है, जिसका उद्देश्य प्रशिक्षण में सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करते हुए सहयोग व समन्वय को बढ़ाना है।
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