Maharashtra के लिए फैसले का दिन आज, फडणवीस के सर ताज सजने को तैयार!!!
सुबह सभी बैठक में हिस्सा लेंगे, जिसके बाद विधायक दल के नेता की नाम की घोषणा की जाएगी। ये बैठक महायुति गठबंधन में शीर्ष पद को लेकर चल रहे गतिरोध को खत्म करने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
महाराष्ट्र की राजनीति में बुधवार का दिन बेहद अहम है। महायुति गठबंधन के विधायक दल की बैठक बुधवार को मुंबई में आयोजित होने वाली है। पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक यानी केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमन भी मुंबई पहुंच चुकी है। सुबह सभी बैठक में हिस्सा लेंगे, जिसके बाद विधायक दल के नेता की नाम की घोषणा की जाएगी। बता दें कि ये बैठक महायुति गठबंधन में शीर्ष पद को लेकर चल रहे गतिरोध को खत्म करने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
बता दें कि इस बैठक के बाद ही देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार तीनों साथ मिलकर राजभवन जाएंगे और सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। तीनों समर्थन देने वाले विधायकों के पत्र भी राज्यपाल को सौंपेंगे। जानकारी के मुताबिक विधान भवन कार्यालय में राज्य भाजपा की कोर कमेटी की बैठक से पहले सुबह 11 बजे राज्य विधानमंडल के सेंट्रल हॉल में विधायक दल की बैठक होगी। विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद दोपहर करीब 12 बजे मीडिया कॉन्फ्रेंस के जरिए पार्टी आधिकारिक तौर पर मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी पसंद की घोषणा करेगी।
देवेन्द्र फडणवीस है पहली पसंद
दो बार मुख्यमंत्री और निवर्तमान उपमुख्यमंत्री रहे देवेन्द्र फडणवीस के शीर्ष पद के लिए भाजपा की पसंद होने की संभावना अधिक बनी हुई है। महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने विधान भवन में संवाददाताओं से कहा, "राज्य कोर कमेटी की बैठक विधान भवन स्थित भाजपा कार्यालय में होगी, जिसके बाद सुबह 11 बजे राज्य विधायक दल की बैठक होगी। बैठक में पार्टी विधायकों द्वारा विधायक दल के नेता का चुनाव किया जाएगा। इसके बाद एक प्रेस वार्ता में नाम की आधिकारिक घोषणा की जाएगी।"
गौरतलब है कि गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को भाजपा विधायक दल की बैठक की देखरेख करने के लिए नियुक्त किया गया है, जिसमें भाजपा विधायक दल का नेता चुना जाएगा, जो पार्टी का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार होगा।
डिप्टी सीएम बनने को तैयार एकनाथ
माना जा रहा है कि एकनाथ शिंदे महायुति सरकार में उपमुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार है। उपमुख्यमंत्री बनने के लिए हामी भरना, एकनाथ शिंदे की ओर से संभावित कदम नहीं है। शुरुआत में एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री पद संभालने के लिए तैयार नहीं थे।
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