असीमानंद की जमानत निरस्त करवाएंगे: तेलंगाना सरकार
तेलंगाना सरकार ने आज विधानसभा में बताया कि वह 2007 के मक्का मस्जिद बम विस्फोट मामले के आरोपी स्वामी असीमानंद की जमानत ‘‘निरस्त’’ कराने के लिए कदम उठायेगी।
हैदराबाद। तेलंगाना सरकार ने आज विधानसभा में बताया कि वह 2007 के मक्का मस्जिद बम विस्फोट मामले के आरोपी स्वामी असीमानंद की जमानत ‘‘निरस्त’’ कराने के लिए कदम उठायेगी। मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुसलमीन (एमआईएम) के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने सदन में शून्यकाल के दौरान इस मामले को उठाया। चतुर्थ मेट्रोपोलिटन सत्र न्यायाधीश की अदालत ने गुरुवार को असीमानंद और इस मामले में सह आरोपी भरत मोहनलाल रातेश्वर उर्फ भरत भाई की जमानत मंजूर कर ली थी।
गृह मंत्री नयानी नरसिम्हा रेड्डी ने अपने जवाब में कहा, ‘‘सदस्य अकबरद्दीन ओवैसी ने जो भी सवाल उठाया है वह जायज प्रश्न है। निश्चित तौर पर इस बात की जांच की जाएगी कि कैसे उसे (असीमानंद) को जमानत मिली। जमानत निरस्त कराने के प्रयास किये जाएंगे। हम न्याय सुनिश्चित करेंगे।’’ एमआईएम विधायक ने मांग की कि टीआरएस सरकार को इस मामले की जांच कर रही एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) पर ‘‘दबाव’’ डालना चाहिये ताकि यह सुनिश्चित किया जाये कि दक्षिणपंथी कार्यकर्ता स्वामी असीमानंद को मिली जमानत निरस्त हो जाये। ओवैसी ने असीमानंद को ‘‘दहशतगर्द’’ (आतंकवादी) बताते हुये कहा कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता। विधायक ने कहा, ‘‘चाहे ओसामा बिन लादेन हो या असीमानंद हो, आतंकवादियों के साथ सख्ती से निपटा जाना चाहिये। मुझे उम्मीद है कि सरकार असीमानंद की जमानत रद्द कराने और उसे अन्य आरोपियों के साथ वापस जेल भेजने के लिए एनआईए पर दबाव डालेगी।’’ ओवैसी ने सरकार से मक्का मस्जिद विस्फोट और उसके बाद हुये विस्फोटों पर भास्कर राव समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की।
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