मध्य प्रदेश में शिकारियों ने करंट लगाकर बाघिन का किया शिकार
संजय बाघ अभयारण्य के क्षेत्र संचालक वाई. पी. सिंह ने कहा कि इस मामले में पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। हिरासत में लिये गये आरोपियों कि निशानदेही पर रविवार को बाघिन का क्षत-विक्षत शव गोपद नदी में गोताखोरों की मदद से बरामद किया गया।
सीधी (मप्र)| मध्य प्रदेश के सीधी जिले के संजय बाघ अभयारण्य से लापता हुई एक बाघिन को सिंगरौली जिले में शिकारियों ने कथित तौर पर बिजली का झटका देकर मार डाला। मामले में पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। वन विभाग के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
संजय बाघ अभयारण्य के क्षेत्र संचालक वाई. पी. सिंह ने बताया कि बाघिन टी-30 की लोकेशन पांच नवंबर को तकरीबन पांच किलोमीटर दूर सिंगरौली जिले के पश्चिम सरई वन परिक्षेत्र के बंजारी गांव के समीप मिली। उन्होंने कहा कि पांच नवंबर की रात साढ़े 11 बजे के बाद बाघिन की स्थिति का पता नहीं चला।
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सिंह ने बताया कि बंजारी गांव के समीप जंगल में शनिवार सुबह एक गड्ढे में बाघिन की खाल के छोटे-छोटे टुकड़े व बाल मिले और इससे थोड़ी दूर पर खून से सने जूट के दो बोरे व जली हुई कॉलर आई.डी. भी मिली।
उन्होंने कहा कि इस मामले में पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। हिरासत में लिये गये आरोपियों कि निशानदेही पर रविवार को बाघिन का क्षत-विक्षत शव गोपद नदी में गोताखोरों की मदद से बरामद किया गया।
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के दिशा निर्देशों के तहत शव का पंचनामा बनाकर अवशेषों की जांच के लिए नमूना हैदराबाद भेजा जाएगा। सिंह ने बताया कि बाघिन को करंट लगाकर मारे जाने के सबूत मिले हैं। शिकार करने वाले गिरोह में 12 लोग शामिल थे।
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उन्होंने कहा कि गिरोह के बाकी सदस्यों को पकड़ने के लिये सिंगरौली जिले के वन कर्मियों सहित पुलिस बल कि सहायता ली जा रही है।
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