त्रिशूर पूरम विवाद: केरल सरकार ने शुरू की जांच, शहर के पुलिस आयुक्त के तबादले का आदेश दिया
विजयन ने कहा कि सरकार और मंदिर प्रबंधन के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध रहे हैं और उन्होंने उनसे शुक्रवार को पूरम उत्सव में शामिल होने का अनुरोध भी किया था, लेकिन चुनाव प्रचार कार्यक्रम के कारण वह शामिल नहीं हो सके।
केरल सरकार ने हाल ही में त्रिशूर पूरम में पुलिस की भूमिका से संबंधित विवाद पर चुनाव आयोग से अनुमति मिलने के बाद रविवार को त्रिशूर शहर के पुलिस आयुक्त और सहायक आयुक्त को स्थानांतरित करने का फैसला किया।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने राज्य के पुलिस प्रमुख को मामले की जांच करने और एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। इससे पहले आज, विजयन ने कहा कि मंदिर प्रबंधन और हाल ही में आयोजित त्रिशूर पूरम में भाग लेने वाले लोगों की शिकायतों की गंभीरतापूर्वक जांच की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कहा कि चुनाव के समय सरकारी मशीनरी की सीमाएं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, “इसकी गंभीरता से जांच की जानी चाहिए कि पूरम दिवस पर क्या हुआ था। देवस्वम अधिकारियों ने एक शिकायत भेजी है... पुलिस महानिदेशक को घटनाओं की जांच करने और एक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।”
विजयन ने कहा कि जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उत्सव के इतिहास में पहली बार कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षणों में से एक आतिशबाजी का प्रदर्शन दिन में हुआ।
शनिवार को दिन के उजाले में आतिशबाजी की वजह से इसको लेकर लोगों में कोई उत्साह नहीं दिखा। पूरम उत्सव में पुलिस के कथित हस्तक्षेप और आतिशबाजी के प्रदर्शन में देरी के कारण राज्य में राजनीतिक दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और विपक्षी कांग्रेस तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस मुद्दे पर राज्य की वाम लोकतांत्रिक मोर्चे (एलडीएफ) सरकार की आलोचना की है।
विजयन ने कहा कि सरकार और मंदिर प्रबंधन के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध रहे हैं और उन्होंने उनसे शुक्रवार को पूरम उत्सव में शामिल होने का अनुरोध भी किया था, लेकिन चुनाव प्रचार कार्यक्रम के कारण वह शामिल नहीं हो सके।
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