ऑक्सीजन की कमी हुई थी लेकिन एक सप्ताह में प्रधानमंत्री ने इसे दूर किया: नड्डा
ज्ञात हो कि अप्रैल-मई के महीने में देश के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन की कमी के कई मामले आए और इसकी वजह से राजधानी दिल्ली सहित देश के कुछ अन्य हिस्सों में कई लोगों की मौत भी हुई। इस कमी के मद्देनजर केंद्र सरकार को विभिन्न माध्यमों से विदेशों से ऑक्सीजन का आयात करना पड़ा था।
ज्ञात हो कि अप्रैल-मई के महीने में देश के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन की कमी के कई मामले आए और इसकी वजह से राजधानी दिल्ली सहित देश के कुछ अन्य हिस्सों में कई लोगों की मौत भी हुई। इस कमी के मद्देनजर केंद्र सरकार को विभिन्न माध्यमों से विदेशों से ऑक्सीजन का आयात करना पड़ा था। नड्डा ने कहा कि पहले जहां देश में सिर्फ 900 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन होता था वहीं अब इसका 9446 मीट्रिक टन उत्पादन हो रहा है। टीकाकरण अभियान का उल्लेख करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि भारत में अप्रैल महीने में ही टीकों की प्रक्रिया आरंभ हुई और जनवरी तक महज नौ महीने में देश में दो-दो टीके उपलब्ध कराए गए। उन्होंने कहा कि ऐसा तब हुआ जब विपक्षी दलों ने इस अभियान को लेकर लगातार सवाल खड़े किए और उसे पटरी से उतारने की कोशिश की। नड्डा ने कहा, ‘‘आज कोविड-19 रोधी टीकों का उत्पादन एक करोड़ खुराक प्रति माह हो रहा है और जुलाई-अगस्त महीने में उत्पादन बढ़कर 6-7 करोड़ खुराक प्रति माह हो जाएगा। यह भी आशा है कि सितंबर महीने तक यह उत्पादन 10 करोड़खुराक प्रति माह हो जाएगा। दिसंबर तक लगभग 19 कंपनियां 200 करोड़ खुराक का उत्पादन करेंगी। यह रोडमैप है टीकाकरण का। दिसंबर तक टीकाकरण पूरा हो जाने की उम्मीद है।’’ उन्होंने दावा किया कि विकसित देशों के मुकाबले भारत में सबसे तीव्र गति से टीकाकरण अभियान चल रहा है।The opposition tried its best to derail India’s vaccination program but failed.
— BJP (@BJP4India) June 10, 2021
At the onset, only 2 companies in India were producing 2 vaccines which has increased to 13 today.
By Dec 2021, 19 companies will have produced 200 crore vaccine doses for Indians.
- Shri @JPNadda pic.twitter.com/YUd5l6jq0x
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 2014 से पहले पूर्वोत्तर के राज्यों की लगातार अनदेखी की गई लेकिन जब से मोदी प्रधानमंत्री बने हैं तब से पूर्वोत्तर के राज्य विकास की मुख्यधारा में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पूर्वोत्तर के राज्य पहले उग्रवाद, नाकेबंदी, हथियार, भ्रष्टाचार और साम्प्रदायिक तनाव के लिए जाने जाते थे लेकिन आज ये राज्य संपर्क, बुनियादी ढांचा विकास, खेलों, एक्ट-ईस्ट नीति और ऑर्गेनिक खेती के लिए जाने जाते हैं। यह तस्वीर प्रधानमंत्री मोदी ने बदली है।’’ कोविड-19 की दूसरी लहर से निपटने के लिए अरुणाचल प्रदेश की भाजपा सरकार और भाजपा संगठन की ओर से चलाए गए कार्यक्रमों की सराहना करते हुए नड्डा ने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू के नेतृत्व में राज्य विकास की नयी ऊंचाइयों को छुएगा। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम में ईटानगर से खांडू, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, वरिष्ठ नेता तपिर गाव सहित अन्य कई नेता शामिल हुए।
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