अंतरिक्ष पारिस्थितिकी निजी क्षेत्र के लिए अवसरों से है भरा हुआ : इसरो प्रमुख

ISRO Chief
प्रतिरूप फोटो

सिवन ने कहा कि अनुमानित नीति और कानूनी ढांचा के जरिए इसरो की अभियानगत अंतरिक्ष गतिविधियां आगे बढ़ाने के लिए तथा वाणिज्यिक लाभ प्राप्त करने के लिए निजी क्षेत्र के लिए खोली जाएगी।

नयी दिल्ली| भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अध्यक्ष के. सिवन ने अंतरिक्ष पारिस्थितिकी के निजी क्षेत्रों के लिए अवसरों से भरे होने का जिक्र करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि संगठन की अभियानगत अंतरिक्ष गतिविधियां आगे बढ़ाने और वाणिज्यिक फायदा उठाने के लिए निजी क्षेत्र के लिए खोली जाएगी।

उन्होंने ‘टाइम्स नाऊ समिट 2021’ को संबोधित करते हुए कहा कि इसके साथ-साथ इसरो की मौजूदा क्षमताओं का उपयोग करते हुए न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड उपयोगकर्ता की मांगों को पूरा करने में बढ़ी हुई भूमिका निभाएगा। सिवन ने कहा कि अनुमानित नीति और कानूनी ढांचा के जरिए इसरो की अभियानगत अंतरिक्ष गतिविधियां आगे बढ़ाने के लिए तथा वाणिज्यिक लाभ प्राप्त करने के लिए निजी क्षेत्र के लिए खोली जाएगी।

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उन्होंने कहा कि इस तरह भारतीय अंतरिक्ष रोडमैप सरकारी, गैर सरकारी अंतरिक्ष उद्योगों का एक मिश्रण होगा जो एक दूसरे की सहायता कर देश की आर्थिक संवृद्धि को बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि इसरो नवोन्मेषी अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के विकास पर जोर देना जारी रखेगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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