नयी लोकसभा में विपक्ष पहले की अपेक्षा मजबूत होगा : Farooq Abdullah
पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य के मुख्यमंत्री रहे अब्दुल्ला ने कहा कि लोगों ने जनादेश दे दिया है और संविधान की रक्षा हुई है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ इस बार पहले की अपेक्षा मजबूत विपक्ष होगा। जब मैं संसद में था तब हम कमजोर थे। तानाशाही थी और कोई हमारी बात नहीं सुनता था लेकिन अल्लाह का शुक्र है कि तानाशाही खत्म हुई।’’
श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को यहां कहा कि ‘‘तानाशाही’’ के दिन गए और नयी लोकसभा में विपक्ष पहले की अपेक्षा मजबूत होगा। पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य के मुख्यमंत्री रहे अब्दुल्ला ने कहा कि लोगों ने जनादेश दे दिया है और संविधान की रक्षा हुई है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ इस बार पहले की अपेक्षा मजबूत विपक्ष होगा। जब मैं संसद में था तब हम कमजोर थे। तानाशाही थी और कोई हमारी बात नहीं सुनता था लेकिन अल्लाह का शुक्र है कि तानाशाही खत्म हुई।’’
अब्दुल्ला ने यह बात इस प्रश्न के उत्तर में कही कि क्या नयी लोकसभा में विपक्ष पहले की अपेक्षा मजबूत होगा क्योंकि उनकी संख्या बढ़ी है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें सरकार बनाने दीजिए, फिर हम देखेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ आप मीडिया में हैं, हम और आप दोनों देखेंगे। क्या जल्दी है?’’ संसदीय चुनावों के नतीजों के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में अब्दुल्ला ने कहा कि लोगों ने अपना फैसला दे दिया है।
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अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘ उन्होंने दिखाया कि ताकत जनता के पास है, और इन चुनावों में यह साबित हुआ। यह भारी उपलब्धि है। लोगों के पास मतदान का अधिकार है, वह किसी को भी बना और मिटा सकते हैं।’’ चुनाव परिणाम से पहले आए एग्जिट पोल में भाजपा को भारी बहुमत मिलने का दावा किया गया था। इस बारे में पूछने पर नेकां अध्यक्ष ने कहा कि एग्जिट पोल के कर्ताधर्ताओं को अपनी दुकानें बंद कर लोगों से माफी मांगनी चाहिए।
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