George Soros Part II | 60 से ज्यादा देशों में सक्रिय है जॉर्ज सोरोस का फाउंडेशन, मां को आत्महत्या करने में मदद की पेशकश
ओपन सोयासटी फाउंडेशन जिसका नाम 1945 की ओपन सोसायटी एंड इटस एनीमी नामक एक किताब से प्रेरित है। जिसका काम जीवंत और समावेशी लोकतंत्र बनाना और ऐसी सरकार अपने नागरिकों के प्रति जवाबदेह हो।
92 साल के व्यक्ति जॉर्ज सोरोस अमेरिका की मशहूर इनवेस्टमेंट कंपनी सोरोस फंड मैनेजमेंट एलएलसी के फाउंडर है। उनकी कुल वर्थ 8.5 बिलियन यूएस डॉलर है। यानी 70 हजार 418 करोड़ रुपये। जॉर्ज सोरोस की ताकत उनका पैसा नहीं बल्कि उनका एनजीओ है, जिसकी मदद से वो पहले भी बहुत सारे देशों को अस्थिर कर चुके हैं। कुछ वर्षों से जॉर्ज सोरोस के निशाने पर हमारा देश भारत है। हंगरी मूल के अमेरिकी सोरोस निवेशक और समाजसेवी हैं। ओपन सोयासटी फाउंडेशन जिसका नाम 1945 की ओपन सोसायटी एंड इटस एनीमी नामक एक किताब से प्रेरित है। जिसका काम जीवंत और समावेशी लोकतंत्र बनाना और ऐसी सरकार अपने नागरिकों के प्रति जवाबदेह हो।
इसे भी पढ़ें: George SorosPart I | अराजकता के एजेंट जॉर्ज सोरोस की कहानी, भारत पर क्यों है नजर
मां को आत्महत्या करने में मदद की पेशकश
फाउंडेशन का हेडक्वाटर न्यूयार्क में है और 60 से ज्यादा देशों में सक्रिय है। नास्तिक होने का दावा करने वाले जॉर्ज सोरोस खुद को दार्शनिक कहलाना पसंद करते। साल 1994 में सोरोस ने एक भाषण में बताया कि उन्होंने अपनी मां को आत्महत्या करने में मदद देने की पेशकश की थी, उनकी मां हेमलॉक सोसाइटी की सदस्य थीं। सोरोस इजरायल और अमेरिका के साथ ही विभिन्न विषयों पर दुनियाभर के कुछ बड़े अखबारों जैसे द टाइम, टाइम्स, वाशिंगटन पोस्ट, न्यूयॉर्कर वगैरह में लिखते रहते हैं। फरवरी 2018 के आंकड़े के मुताबिक, सोरोस पास कुल 8 अरब डॉलर की संपत्ति है। उन्होंने अपनी समाजसेवी संस्था ओपन सोसायटी फाउंडेशंस को 32 अरब डॉलर से ज्यादा का दान दिया है। जिसमें से 15 अरब डॉलर का वितरण 37 देशों में हुआ। सोरोस अमेरिका की राजनीतिक पार्टी डेमोक्रैट्स के बड़े दानदाताओं में से एक हैं।
इसे भी पढ़ें: George Soros Part III | जॉर्ज सोरोस का NGO कनेक्शन, बुद्धिजीवियों, पत्रकारों और गैर सरकारी संगठनों का बनाया पूरा नेटवर्क
अन्य न्यूज़