उत्तर प्रदेश की खबरें: मंत्री स्वाति सिंह ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का लिया जायजा

Swati Singh

विद्या भारती उत्तर प्रदेश द्वारा जिला प्रशासन एवं बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार (आईसीडीएस) विभाग के सहयोग से शुक्रवार को आईईटी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के कौशल प्रबंधन के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा किया गया था।

प्रदेश के वर्तमान में सभी तटबन्ध सुरक्षित हैं, कहीं भी किसी प्रकार की चिन्ताजनक परिस्थिति नहीं। गत 24 घंटे में प्रदेश में 4.8 मि0मी0 औसत वर्षा हुई है, जो सामान्य वर्षा से 8.2 मि0मी0 के सापेक्ष 58.5 प्रतिशत। प्रदेश में 01 जून, 2021 से अब तक 406.8 मि0मी0 औसत वर्षा हुए, जो सामान्य वर्षा 417.3 मि0मी0 के सापेक्ष 97 प्रतिशत। गंगा कचलाब्रिज बदायूं, बलिया, यमुना नदी, इटावा, औरैया, जालौन, शारदा-नदी पलियाकलॉ खीरी, घाघरा-नदी तुरतीपार बलिया में तथा क्वानों चन्द्रदीपघाट गोण्डा एवं चम्बल नदी में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही। प्रदेश के वर्षा से प्रभावित जनपदों मंे सर्च एवं रेस्क्यू हेतु एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 तथा पी0ए0सी0 की कुल 37 टीमें तैनाती की गयी। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 1019 नावें तथा 339 मेडिकल टीमें लगायी गयी। एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 द्वारा 152 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। अब तक कुल 5785 ड्राई राशन किट वितरित किए गये अब तक कुल 20,937 फूड पैकेट वितरित किए गए प्रदेश में 647 बाढ़ शरणालय तथा 976 बाढ़ चौकी स्थापित की गयी। प्रदेश में विगत 24 घंटों में स्थापित किए गए पशु शिविर की संख्या 37 अब तक कुल 348 पशु शिविर स्थापित किये गये।

उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने वर्षा की स्थिति से अवगत कराते हुए बताया कि प्रदेश के वर्तमान में सभी तटबन्ध सुरक्षित हैं, कहीं भी किसी प्रकार की चिन्ताजनक परिस्थिति नहीं है। गत 24 घंटे में प्रदेश में 4.8 मि0मी0 औसत वर्षा हुई है, जो सामान्य वर्षा से 8.2 मि0मी0 के सापेक्ष 58.5 प्रतिशत है। इस प्रकार प्रदेश में 01 जून, 2021 से अब तक 406.8 मि0मी0 औसत वर्षा हुए, जो सामान्य वर्षा 417.3 मि0मी0 के सापेक्ष 97 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि गंगा कचलाब्रिज बदायूं, बलिया, यमुना नदी, इटावा, औरैया, जालौन, शारदा-नदी पलियाकलॉ खीरी, घाघरा-नदी तुरतीपार बलिया में तथा क्वानों चन्द्रदीपघाट गोण्डा एवं चम्बल नदी में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है। प्रदेश के वर्षा से प्रभावित जनपदों मंे सर्च एवं रेस्क्यू हेतु एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 तथा पी0ए0सी0 की कुल 37 टीमें तैनाती की गयी है, 571 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी है तथा 339 मेडिकल टीमें लगायी गयी है। एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 द्वारा 152 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। प्रसाद ने बताया कि अब तक कुल 5785 ड्राई राशन किट वितरित किए गये हैं। अब तक कुल 20,937 फूड पैकेट वितरित किए गए हैं। प्रदेश में 647 बाढ़ शरणालय तथा 976 बाढ़ चौकी स्थापित की गयी है। प्रदेश में विगत 24 घंटों में स्थापित किए गए पशु शिविर की संख्या 37 अब तक कुल 348 पशु शिविर स्थापित किये गये हैं। विगत 24 घंटों में पशु टीकाकरण की संख्या 6765 तथा अब तक कुल पशु टीकाकरण की संख्या 1,88,400 है।

प्रदेश की सभी नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र की उचित दर दुकानों में ई-पॉस के माध्यम से खाद्यान्न वितरण

प्रदेश के समस्त नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र की समस्त उचित दर दुकानों में ई-पॉस के माध्यम से लाभार्थियों को आधार प्रमाणीकरण और ओ0टी0पी0 प्रमाणीकरण द्वारा खाद्यान्न वितरण कराया जा रहा है। समस्त ट्रान्जेक्शन ऑनलाइन सम्पादित होते हैं एवं सम्बन्धित रिपोर्ट रियल टाइम अद्यतन रहती है। इस तकनीक द्वारा मौके पर ही खाद्यान्न प्राप्त करते समय लाभार्थी की पहचान सुनिश्चित हो जाती है। इस प्रकार कोई अन्य व्यक्ति किसी राशन कार्ड के खाद्यान्न का आहरण कर दुरूपयोग नहीं कर सकता है। खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार राशन प्राप्त करने के उपरान्त राशन लिये जाने का विवरण तत्काल ई-पॉस के माध्यम से ऑनलाइन अपडेट हो जाता है और किसी भी व्यक्ति के द्वारा ऑनलाइन देखा जा सकता है। इस प्रक्रिया से वितरण प्रणाली पारदर्शी हो गयी है। जुलाई, 2021 तक ई-पॉस के माध्यम से लगभग 334001124 ट्रॉन्जेक्शन किये गये जिसके अन्तर्गत आधार प्रमाणीकरण के माध्यम से 33385167 ट्रान्जेक्शन सम्पादित किये गये, जिसका प्रतिशत 99.96 है।

05 दिवसीय ऑनलाइन स्किल अपग्रेडेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ समापन

उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा 06 अगस्त, 2021 तक ऑन लाइन स्किल अपग्रेडेशन प्रशिक्षण कार्यकम आयोजित किया गया है। जिसका संचालन आचार्य नरेन्द्र देव कृषि विश्वविद्यालय, अयोध्या के सौजन्य से पूर्वान्चल के विभागीय 07 मण्डलीय 27 जनदीय अधिकारियों एवं कर्मियों को औद्यानिकी पहलुओं पर तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण के समापन उद्बोधन में डा0 आर0 के0 तोमर, निदेशक, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, उ0प्र0 द्वारा कहा गया कि बिना ज्ञान एवं कौशल विभागीय कार्यक्रमों का संचालन सफलता पूर्वक सम्भव नही है तथा कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु आचार्य नरेन्द्र देव कृषि विश्वविद्यालय, अयोध्या के कुलपति एवं विशेषज्ञों की टीम के प्रति अभार व्यक्त किया गया। विशेष रूप से डा0 भानु प्रताप, सह प्रध्यापक, सघन बागवानी, डा0 गुलाब चन्द्र यादव, सह प्रध्यापक, सब्जियों की संरक्षक खेती, डा0 सी०एन०राम, सहायक प्रध्यापक, सब्जियों का बीज उत्पादन, डा0 डी0 राम, अध्यापक एवं अध्यक्ष, सगन्ध एवं औषधीय पौधों की व्यवसायिक खेती, डा0 अशोक कुमार, सह0 प्रध्यापक विभागाध्यक्ष, फूलों की व्यवसायिक खेती, डा0 संजय कुमार वर्मा, प्रध्यापक एवं अध्यक्ष, कृषि वानिकी समाजिक एवं आर्थिक दृष्टिकोण डा0 संजय पाठक, प्रध्यापक एवं अध्यक्ष, तुड़ाई एवं सब्जी फल प्रबन्धन एवं मिनीमल प्रोसेसिंग, डा0 आर0 एस0 मिश्रा, सह0 प्रध्यापक, मसालों एवं औषधीय सघन पौधों में रोग प्रबन्धन, डा० डी0पी0 मिश्रा, सह0 प्रध्यापक, खरीफ सब्जियों की देखभाल, डा0 एच0 के0 सिंह, सह0 प्रध्यापक, फलों के रोग एवं प्रबन्धन, डा0 प्रदीप कुमार, सह0 प्रध्यापक, सब्जियों में कीट व्याधि प्रबन्ध एवं मशरूम की व्यावसायिक खेती, डा0 यशमिता, फॉरेस्ट्री, सम्नवित कृषि प्रणाली, डा० भगवान दीन, प्रध्यापक एवं अध्यक्ष, फल एवं सब्जियों का प्रसंस्करण विषयों पर रोचक एवं कृषकों की आय में अधिक वृद्धि हेतु लाभकारी जानकारी प्रदान की गयी। संयुक्त निदेशक, डा0 वी0बी द्विवेदी, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, उ0प्र0 द्वारा 05 दिवसीय कार्यक्रम के समापन अवसर पर सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। समापन अवसर पर डा0 सर्वेश कुमार, संयुक्त निदेशक (उद्यान), डा0 एन0एम0एल0 त्रिपाठी, सलाहकार, श्री अवनीश कुमार श्रीवास्तव, आलू विकास अधिकारी, लखनऊ, श्री बाल कृष्ण, तकनीकी अधिकारी (प्रदर्शनी) कार्यक्रम समन्यवक, श्रीमती प्रज्ञा उपाध्याय, शाकभाजी अधिकारी मुख्यालय।

09 से 16 अगस्त 2021 के मध्य आयोजित किए जाएंगे विभिन्न कार्यक्रम

आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव पूरे देश में 12 मार्च 2021 से प्रारंभ होकर 15 अगस्त 2023 तक तथा चौरी-चौरा की ऐतिहासिक घटना के 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में चौरी-चौरा शताब्दी समारोह 04 फरवरी 2021 से प्रारंभ होकर 04 फरवरी 2022 तक पूरे प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से समारोह पूर्वक मनाया जा रहा है। 09 अगस्त 2021 से 16 अगस्त 2021 तक आजादी का अमृत महोत्सव विशेष सप्ताह के रूप में भव्यता से संपूर्ण देश सहित पूरे प्रदेश में आयोजित किया जाएगा। इसके अंतर्गत काकोरी शहीद स्मारक, लखनऊ में काकोरी ट्रेन एक्शन घटना की वर्षगांठ पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसमें श्रीमती राज्यपाल आनंदी बेन पटेल तथा मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रुप में सम्मिलित होंगे। प्रमुख सचिव/महानिदेशक पर्यटन, मुकेश मेश्राम द्वारा काकोरी में आयोजित कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा पर्यटन निदेशालय के सभागार में संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ की गई। बैठक में उन्होंने कहा कि कार्यक्रम को भव्य रूप से मनाया जाए, जिसमें जन सहभागिता भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि आजादी अमृत महोत्सव तथा चौरी - चौरा शताब्दी समारोह में जो भी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं वह इस स्तर के हों जिससे लोगों को एक सशक्त संदेश पहुंच सके तथा स्वतंत्रता संग्राम में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान के विषय में आमजन परिचित हो सकें। प्रमुख सचिव ने बताया कि कार्यक्रम में शहीदों के परिजनों को भी सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनपद स्तर पर भी विशेष सप्ताह के दौरान विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, जिसमें स्थानीय लोक कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाए। प्रमुख सचिव पर्यटन ने बताया कि 09 अगस्त को  75 साइकिल सवार वालिंटियर्स द्वारा शहीद स्मारक, लखनऊ से काकोरी शहीद स्थल तक साईकिल के माध्यम से आजादी का अमृत महोत्सव तिरंगा यात्रा का आयोजन किया जाएगा। श्री हिमांशु बाजपाई किस्सागो द्वारा काकोरी केस एवं इससे संबंधित क्रांतिकारियों पर केंद्रित किस्सागोई की प्रस्तुत की जाएगी। इस दौरान स्वतंत्रता आंदोलन- काकोरी घटना के विशेष संदर्भ में अभिलेख प्रदर्शनी व पुस्तिका का विमोचन भी किया जाएगा। उत्तर प्रदेश राज्य ललित कला अकादमी द्वारा स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों एवं सेनानियों से संबंधित चित्रकला एवं म्यूरल प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी, साथ ही चित्रकला प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा। ‘‘शहीदों ने लौ लगाई जो‘‘ नामक नृत्य नाटिका का प्रस्तुतीकरण भी कार्यक्रम के दौरान होगा। सूचना विभाग द्वारा देश एवं प्रदेश के स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित प्रमुख घटनाओं पर आधारित फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। लोक एवं जनजाति कला संस्थान द्वारा काकोरी घटना पर नाट्य प्रस्तुत किया जाएगा। समस्त जनपदों में निबंध प्रतियोगिता, फोटो प्रदर्शनी एवं फोटो प्रतियोगिता, ऑनलाइन फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता, कहानी लेखन, राज्य गीत लेखन तथा काव्य गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थी विरासत राजदूत परियोजना के अंतर्गत छात्र-छात्राओं को राज्य की संस्कृति एवं विरासत के संबंध में प्रशिक्षण देते हुए उन्हें     सांस्कृतिक राजदूत बनाया जाएगा जिसके लिए पर्यटन विभाग द्वारा प्रशिक्षण सामग्री तैयार की जाएगी। ‘‘मैं भी इतिहासकार‘‘ योजना के अंतर्गत डलळवअ एप पर छात्र-छात्राओं को इतिहास लेखन के लिए प्लेटफार्म उपलब्ध कराया गया है, जिसमें विजयी छात्र-छात्राओं को परेड के अवलोकन हेतु नई दिल्ली आमंत्रित किया जाएगा। प्रमुख सचिव ने कहा कि आजादी का अमृत कार्यक्रम के उपलक्ष में 1857 की घटना के प्रमुख साक्ष्य लखनऊ की रेजीडेंसी में स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित लाइट एंड साउंड शो का शुभारंभ किया गया, राजकीय स्वतंत्रता संग्रहालय, मेरठ में स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित आजादी की गैलरी के निर्माण का कार्य किया जा रहा है, काकोरी कांड के क्रांतिकारियों की जन्मस्थली शाहजहांपुर में स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय का निर्माण कार्य प्रगति पर है ।इसी प्रकार पंडित मदन मोहन मालवीय जी के पैतृक आवास को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा क्रय कर म्यूजियम के रूप में परिवर्तित किए जाने की प्रक्रिया भी प्रचलन में है, चौरी - चौरा घटना पर आधारित संग्रहालय एवं पुस्तकालय का निर्माण भी कराया जाना प्रस्तावित है, चौरी - चौरा एवं आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत संस्कृति विभाग द्वारा स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की स्मृति में मूर्तियों के निर्माण का कार्य भी किया जा रहा है। बैठक में निदेशक सूचना शिशिर, विशेष सचिव पर्यटन आनंद कुमार, विशेष सचिव सूचना सुरेंद्र प्रसाद सिंह, संयुक्त निदेशक सूचना विनोद कुमार पाण्डेय सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।   

राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर आयोजित बुनकर सम्मान, समारोह में 14 बुनकरों को किया गया सम्मानित

उत्तर प्रदेश के हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि देश में लगभग 50 लाख हथकरघा बुनकर है। उत्तर प्रदेश में लगभग 2.58 लाख व्यक्ति हथकरघा बुनाई का कार्य कर रहे हैं। हथकरघा बुनकरों को प्रोत्साहित करने एवं पारंपरिक कला को संरक्षित करने के उद्देश्य से एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) कार्यक्रम की शुरूआत की गई। इसके तहत कारीगरों को प्रोत्साहन से लेकर कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। सिंह आज यहां आवास विकास परिषद सभागार में राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर आयोजित बुनकर सम्मान समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बुनकरों की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है। हथकरघा उत्पादों को निर्यात को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे कारीगरों को उनके उत्पादों का उचित मूल्य मिलेगा और राज्य की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पारंपरिक कौशल को निखारने और कारीगरों के उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चला रही है। क्लस्ट विकास योजना इनमें से एक है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक बुनकर क्लस्टर से जुड़कर इस योजना का लाभ लें। क्लस्टर योजना के के तहत राज्य सरकार बुनकरों को प्रशिक्षण, विपणन में सहायता, कच्चा माल की उपलब्धता जैसी तमाम सुविधाएं उपलब्ध करायेगी। उन्होंने कहा कि क्लस्टर के तहत कार्य करने से खदीददार स्वयं उन तक पहुंचेंगे। इसके लिए बुनकरों को पुराने ढर्रें से निकल कर आगे आना होगा। सरकार 24 घण्टे बुनकरों की मद्द के लिए तैयार है। हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने कहा कि आज का दिन प्रेरणादायक है। वर्तमान युग में पा्रचीन कला, कौशल और कारीगरी लुप्त होती जा रही है। हमें अपनी परम्परा, संस्कृति को पुनः वापस लाना होगा, तभी हम तरक्की के मार्ग पर आगे बढ़ सकेंगे। उन्होंने कहा समय बदल रहा है। देश-दुनिया में आज लोग फिर से हाथ सेे बने उत्पादों को महत्व देने लगे हैं। हाथ से बने वस्त्र जहां स्वास्थ्य के लिए बेहतर हैं, वहीं आत्म निर्भर भारत की कल्पना को साकार करने में मदद करेंगे। अपर मुख्य सचिव, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग डा0 नवनीत सहगल ने कहा कि आज के दिन का महत्व देश की आजादी से जुड़ा है। अंग्रेजों के शासनकाल में घरेलू अर्थव्यवस्था को समाप्त करने के लिए यहां से कच्चा माल विदेश भेज दिया जाता था और वहां से कपड़े की सप्लाई होती थी। 07 अगस्त, 1905 को देश के नागरिकों ने संकल्प लिया था कि विदेशी कपड़ा नहीं पहनेंगे। उन्होंने प्रदेशवासियों से आह्वाहन किया कि वर्तमान परिदृश्य में बुनकरों को बढ़ावा देने में अपना सहयोग दें। अधिक से अधिक लोग हाथ से बनाये गये कपड़े पहनें। क्योंकि यह रोजगार से जुड़ा व्यवसाय है। इसमें कम पूंजी में ज्यादा रोजगार पैदा होता है। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री जी के संकल्प वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने मंे तेजी से अग्रसर है। उद्यमियों एवं कारीगरों की समस्याओं को स्थानीय स्तर पर दूर करने के लिए हर जिले मंे सामान्य सुविधा केन्द्र (सीएफसी) की स्थापना कराई जा रही है। बुनकरों एवं कारीगरों को राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले मेलों में ले जाकर सीधे बाजार से जोड़ा जा रहा है। उत्पादों के विपणन हेतु ई-कामर्स कंपनियों के साथ एम0ओ0यू0 भी किया गया है। इस अवसर पर प्रदेश के 14 बुनकरों को सम्मानित भी किया गया है। उनमें वाराणसी के श्री अमरेश प्रसाद कुशवाहा व मो0 असलम, लखनऊ के मुरूशुद्दीन, मऊ के श्री महताव अहमद, मेरठ के मो0 इनाम, मुरादाबाद के श्री साबिर हुसैन, बरेली के मो0 सिद्दीक, प्रयागराज के मो0 अनवर, झांसी के श्री रामसेवक मिडइया, गोरखपुर के श्री फैजुल हसन अंसारी, कानपुर के इकरामुद्दीन, इटावा के श्री संतोषी लाल तथा अयोध्या की श्रीमती सीमा मौर्या शामिल थीं। इन सभी को प्रशस्ति-पत्र एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।

राज्य सड़क निधि योजना के अन्तर्गत विभिन्न जनपदों के 161 मार्गों के चालू कार्यों हेतु रू0 50 करोड़ 25 लाख 44 हजार की अवशेष धनराशि की गयी आवंटित

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशों के क्रम में राज्य सड़क निधि योजना के अन्तर्गत विभिन्न जनपदों के 161 मार्गों के चालू कार्यों हेतु रू0 50 करोड़ 25 लाख 44 हजार की अवशेष धनराशि का आवंटन उ0प्र0 शासन द्वारा किया गया है। इस सम्बन्ध में आवश्यक शासनादेश उ0प्र0 शासन लोक निर्माण विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है। इन 161 चालू कार्यों में जनपद हापुड़, मिर्जापुर, अमरोहा, प्रतापगढ़, प्रयागराज, मुजफ्फरनगर, जौनपुर तथा वाराणसी के कार्य शामिल हैं। जारी शासनादेश में आवंटित धनराशि का उपयोगिता प्रमाण-पत्र बजट मैनुअल के प्राविधानों के अनुसार अनिवार्य रूप से उ0प्र0 शासन को प्रेषित किया जाय तथा अवशेष कार्यों को पूर्ण कराते हुये पूर्णता प्रमाण-पत्र एवं फोटोग्राफ्स शासन को उपलब्ध कराया जाय। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने निर्देश दिये हैं कि इन कार्यों में वित्तीय नियमों का अक्षरसः अनुपालन सुनिश्चित किया जाय तथा जारी शासनादेशों में उल्लिखित दिशा-निर्देशों का अनुपालन हर हाल में सुनिश्चित किया जाय।

जनपद अयोध्या में अयोध्या-अकबरपुर-बसखारी मार्ग के प्रस्तावित मया बाजार 04 लेन बाईपास के निर्माण हेतु रू0 60 करोड़ 70 लाख 96 हजार की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति की गयी प्रदान

उ0प्र0 के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशों के क्रम में जनपद अयोध्या में अयोध्या-अकबरपुर-बसखारी मार्ग के प्रस्तावित मया बाजार 04 लेन बाईपास (लम्बाई 3.00 किमी0) के निर्माण हेतु रू0 60 करोड़ 70 लाख 96 हजार की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति उ0प्र0 शासन द्वारा प्रदान कर दी गयी है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में कार्य की लागत के सापेक्ष रू0 15 करोड़ की धनराशि आवंटित की गयी है। इस सम्बन्ध में आवश्यक शासनादेश उ0प्र0 शासन लोक निर्माण विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है। जारी शासनादेश में कार्य की विशिष्टियां, मानक व गुणवत्ता की जिम्मेदारी हेतु सम्बन्धित मुख्य अभियन्ता को निर्देशित किया गया है, साथ ही कार्य को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने के भी निर्देश दिये गये हैं। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने निर्देश दिये हैं कि इस कार्य में वित्तीय नियमों का अक्षरसः अनुपालन सुनिश्चित किया जाय तथा जारी शासनादेशों में उल्लिखित दिशा-निर्देशों का अनुपालन हर हाल में सुनिश्चित किया जाय।

मंत्री स्वाति सिंह ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का लिया जायजा

विद्या भारती उत्तर प्रदेश द्वारा जिला प्रशासन एवं बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार (आईसीडीएस) विभाग के सहयोग से शुक्रवार को आईईटी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के कौशल प्रबंधन के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा किया गया था। प्रशिक्षण के दूसरे दिन बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार मंत्री स्वाति सिंह, विशेष सचिव गरिमा यादव और राज्य पोषण मिशन के मिशन निदेशक कपिल सिंह ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का निरीक्षण किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में विद्या भारती के प्रशिक्षकों  द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अंकों का ज्ञान, शारीरिक शिक्षा, योग और कहानी के बारे में बताया गया। प्रशिक्षक मीरा पाठक ने बताया-बच्चों को कहानी के माध्यम से ज्ञान और संस्कार दें। कहानी को रोचक तरीके से सुनाएँ ताकि वह उसे ध्यान से सुनें। बच्चों को कहानियां बहुत ही अच्छी लगती हैं और उन्हें वह ध्यान से सुनते भी हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम में विद्या भारती की प्रशिक्षक पूनम सिंह, प्रियंका राय, विजय श्री, हीरा सिंह, उषा त्रिपाठी और सुधा त्रिपाठी ने प्रतिभाग किया। इसके अलावा 200 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, 90 मुख्य सेविका सहित जिला एवं ब्लाक स्तरीय प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। इसके साथ ही जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेन्द्र दुबे, विद्या भारती के क्षेत्रीय संगठन मंत्री हेमचन्द्र, बालिका शिक्षा की अखिल भारतीय संयोजक  रेखा चुड़ासमा, भारतीय शिक्षा परिषद् के सचिव दिनेश कुमार सिंह, प्रान्त सेवा शिक्षा के प्रमुख रजनीश पाठक, क्षेत्रीय शिशु वाटिका के प्रमुख विजय उपाध्याय, भारतीय शिक्षा समिति, उत्तर प्रदेश के प्रदेश निरीक्षक राजेंद्र बाबू, और जन शिक्षा समिति उत्तर प्रदेश के सह प्रदेश निरीक्षक मिथलेश कुमार उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार, पीएमईजीप तथा ओडीओपी योजनाओं में

100 प्रतिशत से ज्यादा लक्ष्य को प्राप्त किया गया

उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं को उद्यमी बनाने के लिए 75000 महिलाओं को विभिन्न टेªडों में प्रशिक्षित किया जायेगा। प्रत्येक जिले में 1000 महिलाआंे को टेªनिंग दी जायेगी। इसके साथ ही सभी 75 जनपदों के ओडीओपी उत्पादों पर आधारित डाक टिकट भी जारी कराये जाने की योजना है। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश के सुदूर ग्रामीण अंचलों में बनने वाले उत्पादों को एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) के बैनर तले बेचने की योजना बनाई जाय। साथ-साथ एक्सप्रेस-वे किनारे ओडीओपी स्टाल खोलने की रूपरेखा भी तैयार कराई जाय। सिंह खादी भवन में एमएसएमई विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर एमएसएमई राज्य मंत्री चौधरी, उदयभान सिंह भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि एमएसएमई विभाग पिछले वर्ष प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत ऋण वितरण कराने में प्रथम स्थान पर था। इस वर्ष भी उत्तर प्रदेश ऋण वितरण में पहले स्थान पर रहना चाहिए। उन्होंने का कहा कि राज्य सरकार ने निवेश को प्रोत्साहित करने एवं उद्यमियों की सुविधा हेतु उद्यम स्थापना के लिए 72 घण्टे में एनओसी जारी करने की व्यवस्था बनाई है। इसके अन्तर्गत 853 उद्यमियों को 72 घण्टे में एनओसी भी जारी की जा चुकी है। उन्होंने निर्देश दिए अधिकारी यह सुनिश्चित करें उद्यमियों के आवेदन आने के 72 घण्टे के भीतर एनओसी जारी होनी चाहिए। इसमें लापरवाही पाये जाने पर कठोर कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए आवंटित बजट का सदुपयोग सयम से सुनिश्चित होना चाहिए। बजट सरेंडर की दशा में जिम्मेदार के खिलाफ सख्त कदम उठाये जायेंगे। समय से बजट जारी किये गये हैं। अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा0 नवनीत सहगल ने कहा कि पिछले वर्ष मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार, पीएमईजीप तथा ओडीओपी योजनाओं में 100 प्रतिशत से ज्यादा लक्ष्य को प्राप्त किया गया है। यह सफलता लगातार बैंकों से समन्वय कर प्राप्त की गई है। मौजूदा वित्तीय वर्ष के प्रारम्भ होने पर इस गति को कम होने नहीं दिया गया है। इस वर्ष जनपद स्तर पर कर्मियों का स्थानान्तरण मेरिट के आधार पर स्थानान्तरण किया गया है। वर्ष 2011 से अधूरे क्लस्टर प्रोजेक्ट को पूरा कराया गया है। प्रदेश में फ्लैटेड फैक्ट्री की स्थापना को बढ़ावा भी दिया जा रहा है। साथ ही औद्योगिक आस्थानों में अभियान चलाकर मूलभूत सुविधाओं को बेहतर किया जा रहा है। डा0 सहगल ने कहा कि पिछले वर्ष विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अन्तर्गत 20 हजार लक्ष्य के सापेक्ष 41 हजार कारीगरों की टेªनिंग कराई गई। आगामी 17 सितम्बर विश्कर्मा जयंती के अवसर पर 21 हजार कुम्हारों को टूल किट और 11 हजार कारीगरों में ऋण वितरण कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के लिए 42 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की जा चुकी है। 16 हजार ओडीओपी कारीगरों का प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है। चार हजार से अधिक कारीगरों का प्रशिक्षण पूर्ण हो चुका है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश जेम पोर्टल पर वस्तुओं एवं सेवाओं की खरीद में इस वर्ष भी देश मंे नम्बर वन है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में मात्र चार महीने के अंदर 3252 करोड़ की सरकारी खरीद जेम पोर्टल से की जा चुकी है। जेम पोर्टल से खरीद में आ रही समस्याओं के निराकरण हेतु सभी विभागों की ऑनलाइन टेªनिंग कराई जायेगी।

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